युगांडा में फूड प्रोसेसिग और कृषि क्षेत्र में ज्यादा अवसर
युगांडा गए इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) के प्रतिनिधिमंडल ने वहां व्यापार की संभावनाएं तलाशना शुरू कर दी हैं। फूड प्रोसेसिग लकड़ी व कृषि क्षेत्र में उद्योग लगाने के साथ ही युगांडा में उद्योगों की कमियां जरूरत व दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने का मसौदा तैयार किया है
जेएनएन, शाहजहांपुर : युगांडा गए इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) के प्रतिनिधिमंडल ने वहां व्यापार की संभावनाएं तलाशना शुरू कर दी हैं। फूड प्रोसेसिग, लकड़ी व कृषि क्षेत्र में उद्योग लगाने के साथ ही युगांडा में उद्योगों की कमियां, जरूरत व दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने का मसौदा तैयार किया है। मंगलवार को फोन कर आइआइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि व्यापारिक मामलों पर बुधवार को युगांडा के राष्ट्रपति से मुलाकात होगी।
आइआइए ने पहली बार अपने स्तर से दूसरे देशों के साथ आपसी सहयोग के जरिये भारतीय व्यापार को बढ़ावा देने की पहल की है। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल 21 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ युगांडा गए हैं। उन्होंने फोन कर जागरण को बताया कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को अलग-अलग टीमों में बांटकर 15-15 शहरों में भेजा था। उन्होंने स्वयं वहां की उच्चायुक्त ग्रेस अकेलो के साथ कई उद्यम इकाइयों व शहरों का भ्रमण किया। वहां उद्योगों के अधिक सफल न होने के कारण जाने। फैक्ट्रियों के आधुनिकीकरण, उनमें तकनीक के अप्रगेडशन की जरूरत ज्यादा है। वहां प्रदूषण नहीं है। प्राकृतिक संसाधन, फल आदि प्रचुर मात्रा में हैं, लेकिन अधिक जानकारी व संसाधन के अभाव में इनका प्रयोग नहीं कर पा रहे। इसके लिए प्रोसेसिग, कोल्ड चेन आदि की जरूरत है। जमीनी स्तर पर वहां के उद्योगों का अध्ययन किया है। उद्योगों को 23 फीसद पर ब्याज मिलता है, जिसे नीचे लाने व औद्योगिक शिक्षा की जरूरत ज्यादा है। उन्होंने बताया कि भारतीय उद्यमियों के लिए फूड प्रोसेसिग सहित कई लघु उद्योगों के लिए संभावनाएं हैं। इस पर एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिघल ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। जिसे वह बुधवार को वहां के राष्ट्रपति योवरी मुसेवेनी से मुलाकात के दौरान उन्हें सौंपेंगे।