घर बैठे स्वजन कर सकेंगे बंदियों से बात
जेल में हाइटेक व्यवस्था की जा रही है। जिससे स्वजन की बंदियों से घर बैठे ही बात हो जाएगी। इसके लिए वहां नये साफ्टवेयर के साथ पीसीओ मशीनें लगाई गई है। जबकि अभी तक स्वजन को जेल गेट तक बात करने के लिए जाना पड़ता था
जेएनएन, शाहजहांपुर : जेल में हाइटेक व्यवस्था की जा रही है। जिससे स्वजन की बंदियों से घर बैठे ही बात हो जाएगी। इसके लिए वहां नये साफ्टवेयर के साथ पीसीओ मशीनें लगाई गई है। जबकि अभी तक स्वजन को जेल गेट तक बात करने के लिए जाना पड़ता था।
दूसरे जिलों के बंदियों के स्वजन को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता था। जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय के प्रयासों से जेल के सिस्टम को हाइटेक कर दिया गया है। जेल प्रशासन ने नया साफ्टवेयर लगाया है जिसके लिए चार पीसीओ मशीनें भी आ चुकी है। जबकि जल्द ही छह और मशीनें भी मिलने की संभावना है। ऐसे में घर बैठे अपने स्वजन से बंदी जेल से ही बात कर सकेंगे। यह रहेगी प्रक्रिया
जेल पहुंचने पर बंदियों से उनके स्वजन के दो नंबर जेल प्रशासन अपने रिकार्ड में दर्ज करेगा। जिसका अपने स्तर से सत्यापन कराने के बाद उन्हें जेल प्रशासन अपने साफ्टवेयर में फीड कर लेगा। इसके बाद बंदी का फिगर प्रिट लिया जाएगा। जब बंदी बात करेंगे तो अपना फिगर प्रिट लगाते ही उनका एकाउंट लैपटाप पर खुल जाएगा। जो नंबर फीड होंगे उन पर क्लिक करते ही स्वजन के पास काल पहुंच जाएगी। बात करने के लिए पांच मिनट की समय सीमा निर्धारित होगी। एक दिन में 100 बंदी एक पीसीओ से बात कर सकेंगे। यानी 400 बंदी हर दिन अपने स्वजन के संपर्क में रहेंगे। पीसीओ सुविधा होने से बंदियों से बात करने में आसानी हो जाएगी। इससे किसी को जेल गेट तक आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दो नंबर सत्यापन के बाद सिस्टम में फीड किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त नंबर पर किसी की बात नहीं होगी। प्रयास किया जा रहा है जल्द छह और पीसीओ मिल जाएंगे।
डा. बीडी पांडेय, जेल अधीक्षक