शाहजहांपुर में बुखार से मासूम की मौत, जांच को नहीं पहुंची टीम

बुखार का प्रकोप जिले में थम नहीं रहा है। शुक्रवार को शहीद रोशन सिंह के पैतृक गांव नवादा दरोबस्त में एक दो माह की मासूम की बुखार से मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 12:24 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 12:24 AM (IST)
शाहजहांपुर में बुखार से मासूम की मौत, जांच को नहीं पहुंची टीम
शाहजहांपुर में बुखार से मासूम की मौत, जांच को नहीं पहुंची टीम

जेएनएन, शाहजहांपुर : बुखार का प्रकोप जिले में थम नहीं रहा है। शुक्रवार को शहीद रोशन सिंह के पैतृक गांव नवादा दरोबस्त में एक दो माह की मासूम की बुखार से मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।

नवादा दरोबस्त गांव निवासी अनूप कुमार की दो माह की बेटी नैंसी को 23 सितंबर को बुखार आ गया था। अनूप पहले खुदागंज के एक अस्पताल में लेकर पहुंचे लेकिन कोई सुधार न होने पर शुक्रवार को वह बरेली जिले के फरीदपुर क्षेत्र के अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे। जहां तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद वहां से वापस घर आ रहे थे। रास्ते में नैंसी की मौत हो गई। लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम नवादा दरोबस्त गांव के ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए नहीं पहुंची। स्वास्थ्य केंद्र को डाक्टर का इंतजार

शहीद रोशन सिंह के गांव में सरकार ने स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया है। लेकिन डाक्टर व अन्य स्टाफ की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर प्राइवेट अस्पतालों में ही लोग उपचार कराने के लिए मजबूर हो रहे है। 50 फीसद बुखार के मरीज

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 150 मरीज औसतन हर दिन पहुंच रहे है। जिसमे 50 फीसद मरीज बुखार से पीड़ित ही पहुंचते है। लेकिन उसके बाद भी गांवों में स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर खानापूर्ति ही हो रही है। जिस वजह से मरीजों को समय से उपचार नहीं मिल पाता है। स्वच्छता पर भी नहीं ध्यान

बुखार के बढ़ते प्रकोप के बाद भी नवादा गांव की ज्यादातर नालियां या तो चोक मिलीं या फिर सड़क पर गंदगी फैली थी। ऐसे में संक्रमण फैलने का भी खतरा ज्यादा है। गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के लिए भी जिम्मेदार गंभीर नहीं है। घर-घर टीमें सर्वे करने के लिए पहुंच रही है। नवादा गांव में भी टीम को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।

डा. इरफान अली खान, चिकित्साधिकारी, सीएचसी, कटरा-खुदागंज

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