पीएचसी पर नहीं कोई चिकित्सक, राम भरोसे सेवाएं

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं बिना चिकित्सक के चल रही हैं। फार्मासिस्ट व एएनएम टीकाकरण के अलावा गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार कर कलान या फिर जिला मुख्यालय पर रेफर कर रही हैं। ऐसे में मरीजों को समय से उपचार नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 05:30 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 05:30 AM (IST)
पीएचसी पर नहीं कोई चिकित्सक, राम भरोसे सेवाएं
पीएचसी पर नहीं कोई चिकित्सक, राम भरोसे सेवाएं

जेएनएन, शाहजहांपुर: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं बिना चिकित्सक के चल रही हैं। फार्मासिस्ट व एएनएम टीकाकरण के अलावा गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार कर कलान या फिर जिला मुख्यालय पर रेफर कर रही हैं। ऐसे में मरीजों को समय से उपचार नहीं मिल पा रहा है।

परौर को कई दशक पहले प्राथमिक स्वास्थ्य की सौगात मिली थी। लोगों को यहां बेहतर इलाज की उम्मीद थी, लेकिन चिकित्सक की तैनाती न होने की वजह से लोगों की उम्मीदें फिर टूट गई। यहां की स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे ही चल रही है। शनिवार को फार्मासिस्ट जगजीवन राम व एएनएम मौजूद थे। कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण चल रहा था। लेकिन अन्य केंद्रों की तरह यहां टीका लगवाने वालों की लाइन या भीड़ नजर नहीं आ रही थी। कुछ अंतराल पर एक-दो लोग टीकाकरण कराने पहुंच रहे थे। स्वास्थ्यकर्मियों से जब इस बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने ओपीडी सेवाएं बंद होने की बात कही। इसके अलावा गंभीर मरीज सीधे कलान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने की बात कही। यह स्थिति यहां एक दिन की नहीं बल्कि हर दिन देखने को मिल रही है। टीकाकरण पर दिया जा रहा जोर

पीएचसी पर इन दिनों कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण चल रहा है। जिस वजह से रविवार को छोड़ हर दिन स्वास्थ्यकर्मी पहुंच रहे हैं। जबकि सामान्य दिनों में यहां ज्यादातर सन्नाटा ही पसरा रहता है। वर्षो से तैनात नहीं है डॉक्टर

पीएचसी पर करीब दो सालों से डाक्टर की तैनाती नहीं है। यहां फार्मासिस्ट जगजीवन राम, एएनएम बबली चौहान, कमलेशा देवी, आशा संगिनी वंदना शुक्ला व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुमर पाल पर जिम्मेदारी है। जो इन दिनों टीकाकरण करा रहे है। चिकित्सक की तैनाती के लिए कई बार पत्र उच्चाधिकारियों को भेजे गए है। जो स्टाफ वहां तैनात उनसे ही बेहतर सेवाएं लेने का प्रयास रहता है। इसके अलावा टीकाकरण पर भी जोर दिया जा रहा है।

आरेंद्र यादव, चिकित्सा प्रभारी

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