संदिग्ध परिस्थितियों में प्रधानाध्यापक की मौत

प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक की शुक्रवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव विद्यालय परिसर में पड़ा मिला। पुलिस मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। स्वजन ने अब तक किसी तरह का शक नहीं जताया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 12:50 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 12:50 AM (IST)
संदिग्ध परिस्थितियों में प्रधानाध्यापक की मौत
संदिग्ध परिस्थितियों में प्रधानाध्यापक की मौत

जेएनएन, निगोही (शाहजहांपुर) : प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक की शुक्रवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव विद्यालय परिसर में पड़ा मिला। पुलिस मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। स्वजन ने अब तक किसी तरह का शक नहीं जताया है।

पीलीभीत के बीसलपुर थाना क्षेत्र के नवदिया बलजीत गांव के मधुराज सिंह गौरीखेड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे। सुबह ग्रामीण जब खेत पर जा रहे थे तो मधुराज का शव विद्यालय के मैदान में पड़ा देखा। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। विद्यालय के अनुदेशक जितेंद्र सिंह ने बताया कि मधुराज करीब दो साल से यहां तैनात थे। कुछ दिन के लिए खुदागंज के रहीमपुर गांव में कमरा किराये पर लिया था। लेकिन, उसके बाद एक-दो माह से विद्यालय में ही रहने लगे थे। मधुराज की पत्नी मनोजा देवी तीन बच्चे हर्षित, सचिन व कीर्ति के साथ काफी दिनों से मायके में रह रही थी।

गुरुवार को हुआ था विवाद

मधुराज गुरुवार को रहीमपुर गांव गए थे। जहां किसी बात को लेकर ग्रामीणों से विवाद भी हुआ था। ग्रामीणों ने डायल 112 पर विवाद की सूचना दी थी। फिर पुलिस ने उन्हें गौरीखेड़ा गांव छुड़वा दिया था। आठ साल रहे निलंबित

मधुराज गौरीखेड़ा प्राथमिक विद्यालय से पहले खुदागंज क्षेत्र के भौना गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात थे। जहां उन्हें आठ साल के लिए निलंबित भी किया गया था।

--------

ग्रामीणों ने पूछताछ में बताया कि मधुराज शराब पीने के आदी थे। स्वजन भी किसी तरह की आशंका नहीं जता रहे है। मौत की वजह की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।

अरविद कुमार, सीओ सदर

chat bot
आपका साथी