बुखार से युवती और बच्ची की मौत, स्वास्थ्य महकमा लाचार

भावलखेड़ा ब्लाक के बाडीगांव में बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चार दिन से बुखार से पीड़ित युवती की शनिवार देर रात मौत हो गई। गांव के लगभग 100 लोग वायरल मलेरिया डेंगू टाइफाइड आदि से पीड़ित हैं

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 12:17 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 12:17 AM (IST)
बुखार से युवती और बच्ची की मौत, स्वास्थ्य महकमा लाचार
बुखार से युवती और बच्ची की मौत, स्वास्थ्य महकमा लाचार

जेएनएन, शाहजहांपुर : बुखार के आगे स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से लाचार हो गया है। वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। डेंगू, मलेरिया का प्रकोप भी थम नहीं रहा है। बावजूद इसके अधिकारी सब सही होने का दावा कर रहे हैं। जानलेवा होते इस बुखार ने युवती की जान ले ली। अस्पतालों में भीड़ कम नहीं हो रही है। कहने को गांवों में जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 17 टीमें गठित की गई हैं। गांवों में कैंप लगाए जा रहे हैं। दवाओं के छिड़काव व जागरूकता अभियान भी चल रहे हैं, लेकिन काम हकीकत में कम कागजों पर ज्यादा हो रहा है। राजकीय मेडिकल कालेज से लेकर निजी अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है।

बढ़ रहा मरीजों का आंकड़ा

राजकीय मेडिकल में इस समय ओपीडी में 1600 मरीज रोज पहुंच रहे हैं। सामान्य दिनों में यह संख्या एक हजार के आसपास रहती है। जो मरीज आ रहे हैं उनमें 70 फीसद बुखार से संबंधित हैं। यहां अब तक डेंगू के 78 मरीज मिले हैं। जबकि सीएमओ कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 30 लोगों को डेंगू की पुष्टि हुई है। राजकीय मेडिकल कालेज में आए मरीजों की जांच में अब तक मलेरिया के 350 मरीज मिल चुके हैं। यह आंकडा सरकारी है। निजी लैबों में जांच कराकर निजी अस्पतालों में इलाज कराने वालों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है।

100 से अधिक लोग बुखार की चपेट में

संवाद सहयोगी, रोजा : भावलखेड़ा ब्लाक के बाडीगांव में बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चार दिन से बुखार से पीड़ित युवती की शनिवार देर रात मौत हो गई। गांव के लगभग 100 लोग वायरल, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड आदि से पीड़ित हैं। जिनका उपचार शहर के अलावा बरेली व लखनऊ के अस्पतालों में चल रहा है। गांव निवासी छोटे खान ने बताया कि उनकी बेटी निदा खान को चार दिन से बुखार आ रहा था। उसका रोजा के एक निजी चिकित्सक के पास इलाज चल रहा था। शनिवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर वे लोग उसे राजकीय मेडिकल कालेज ले जा रहे थे। रास्ते में निदा ने दम तोड़ दिया। लोग गंदगी से परेशान

गांव में बुखार का प्रकोप लगभग एक माह से है, लेकिन यहां की गलियों में जलभराव की समस्या बरकरार है। गंदगी के कारण लोग खासे परेशान हैं, पर कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहा है। गांव के मो. अफ्फान, सगीर, मो. यामीन, सद्दाक, मो. ताहिर, मो. अयूब, अकरम, कलीम, कामरान, फैजान, आदिल, तौफीक, तोताराम, गिरीश, रुखसाना, रेहान आदि बुखार से पीड़ित हैं। सुफैया, फरजाना,ते सबरूना, निजामुद्दीन आदि मलेरिया और डेंगू के कारण निजी अस्पताल में भर्ती है। गांव के ही दिलदार खान, रामचंद्र आदि के घर में परिवार में लगभग सभी सदस्य बीमार हैं। दो बार लग चुका कैंप

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में दो बार मेडिकल कैंप लगाया। एक बार में 72 तथा दूसरी बार में बुखार के 105 मरीज मिले। उन्हें दवा देने के साथ खून की जांच कराई तो सामान्य बुखार बताया। जबकि इनमें से अधिकांश लोगों की निजी लैब में हुई जांच में डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड की पुष्टि हुई, जिसके बाद से उन लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुखार से बच्ची की मौत

क्षेत्र के जहानपुर गांव निवासी टिकू कनौजिया की छह वर्षीय बेटी छाया को तीन दिन से बुखार आ रहा था। टिकू ने बेटी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। हालात में सुधार ने होने पर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। रविवार शाम छाया की मौत हो गई। टिकू के बड़े भाई धर्मेंद्र के बेटे रोहित और राम गोपाल के तीन वर्षीय बेटे लल्ला भी बुखार से पीड़ित है। हमारी टीमें लगातार सक्रिय हैं। बाडीगांव में सोमवार को टीम भेजी जाएगी। इसके अलावा अन्य जिन स्थानों पर सूचना मिल रही है। वहां टीम को भेजा जा रहा है।

एसपी गौतम, सीएमओ

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