त्योहारी बाजार में तेज हुई ड्रैगन की चाल
दशहरा के बाद दीपावली बाजार में ड्रैगन ने टेढ़ी चाल से स्वदेशी बाजार को डसना शुरू कर दिया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : दशहरा के बाद दीपावली बाजार में ड्रैगन ने टेढ़ी चाल से स्वदेशी बाजार को डसना शुरू कर दिया है। पर्यावरण के लिए घातक पटाखों व नौनिहालों के लिए हानिकारक खिलौनों के साथ ही चीन ने साज सज्जा, पूजा व घर की सात्विकता में भी सेंध लगा दी है। करीब 80 फीसद त्योहारी बाजार पर दुश्मन के दोस्त का कब्जा हो गया है। जन प्रतिनिधि, प्रशासन, स्वदेशी संगठन अभी तक चुप हकं।
किचेन से लेकर ड्राइंग रूम तक ड्रैगन की दस्तक
किचेन वेयर, स्टडी रूम, पूजा घर समेत ड्राइंग रूम तक ड्रैगन (चीन) का कब्जा हो गया है। त्योहारी बाजार में तो स्वदेशी उत्पाद पूरी तरह गायब है। पर्यावरण के दुश्मन पटाखे हो या फिर हानिकर पदार्थाे से बने दीप, लोगों को खूब भा रहे हैं। चीन की चकाचौंध के आगे लोगों ने माटी के दीप, मिट्टी से बनी सात्विकता, पवित्रता की प्रतीक लक्ष्मी गणेश की मूíतयों को भी भुला दिया है। मुनाफा देख व्यापारी भी ड्रैगन की टेढ़ी चाल पर मोहित हैं।
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इंसेट
चीन से आने वाले प्रमुख उत्पाद
पटाखा, दीपक, झालर, सजावटी सामान, लर्निग मैटेरियल, खिलौने, कृत्रिम फूल, सेंट, लक्ष्मी गणेश समेत देव स्वरूपों की मूíत, पूजा संबंधी विविध उत्पाद, फर्नीचर, सिगल यूज कपड़े, टीवी- फ्रिज- बेड के कवर, गिफ्ट आइटम आदि। जब तक सरकार रोक नहीं लगाएगी, चीन का सामान बिकता रहेगा। बाजार के साथ चलना हमारी मजबूरी है।
कुलदीप सिंह, व्यापारी इलेक्ट्रिक स्टोर में इंडियन, चाइनीज दोनों तरह का माल है। सस्ता होने के कारण लोग चाइना मेड खरीदते हैं। आपूíत बंद होने पर ही इन पर रोक लग सकती है।
विशाल ग्रोवर, व्यापारी हम स्वदेशी माल ही खरीदते हैं। यह पर्यावरण व सेहत के लिए अच्छे होते हैं। सरकार को चीन की तरह ही स्वदेशी उत्पाद बाजार में लाना चाहिए।
प्रवीण गुप्ता, ग्राहक चीन निíमत सामान सेहत, समाज व राष्ट्र के लिए घातक हैं। इससे लोगों का रोजगार भी छिन रहा है। 15 से 20 अक्टूबर तक चीन निíमत सामान के विरोध में अभियान चलाया जाएगा। रैली निकालकर लोगों को जागरूक करेंगे। प्रशासन से भी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
अमितेश अमित, प्रांतीय सह संयोजक- स्वदेशी जागरण मंच