ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकालकर विद्यालय में बंद किए बेसहारा पशु

बेसहारा पशुओं के लिए डीएम व सीडीओ ने भले ही व्यवस्थाएं कराना शुरू कर दी हों लेकिन उनके मातहत मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। गोशालाओं में पशुओं को रखने से आनाकानी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 01:14 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 01:14 AM (IST)
ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकालकर विद्यालय में बंद किए बेसहारा पशु
ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकालकर विद्यालय में बंद किए बेसहारा पशु

जेएनएन, शाहजहांपुर: बेसहारा पशुओं के लिए डीएम व सीडीओ ने भले ही व्यवस्थाएं कराना शुरू कर दी हों, लेकिन उनके मातहत मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। गोशालाओं में पशुओं को रखने से आनाकानी की जा रही है।

यही कारण है कि गुरुवार को पशुओं को गोशाला में आश्रय नहीं मिला तो नाराज ग्रामीणों ने उन्हें प्राथमिक विद्यालय ले गए। बच्चों को बाहर निकालकर पशुओं को वहां बंद कर दिए। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विद्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।

विकासखंड ददरौल के धन्यौरा गांव में बेसहारा पशुओं के लिए गोशाला बनवाई गई है। गुरुवार को जब क्षेत्र के पिगरी गांव के ग्रामीण पशुओं को लेकर गोशाला पहुंचे तो वहां के कर्मचारियों ने यह कहते हुए वापस कर दिया कि यहां क्षमता के अनुसार पशुओं की संख्या पूरी हो चुकी है। ग्रामीणों की कर्मचारियों से नोकझोंक भी हुई। इसके बाद ग्रामीण पशुओं को लेकर प्राथमिक विद्यालय पहुंच गए। शिक्षकों ने विरोध किया तो ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा बताते हुए सहयोग की अपील की। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने समाधान के बाद ही स्कूल का ताला खोलने के लिए कहा। देर शाम तक जब कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो ग्रामीण विद्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए।

पहले भी बंद किए जा चुके पशु

गत वर्ष बेसहारा पशुओं को धन्यौरा गांव के विद्यालय में ग्रामीणों ने बंद कर दिया था। इसके बाद गांव में गोशाला का निर्माण करवाया गया, लेकिन गोशाला के आस-पास गांवों में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़वाने के लिए प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए।

रात में जाग रहे ग्रामीण

बेसहारा पशुओं से फसल बचाने के लिए ग्रामीणों को रात में जागना पड़ रहा हैं। ऐसे में कई बार अधिकारियों से भी ग्रामीण गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन देकर टरका दिया जा रहा हैं।

वर्जन

ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा हैं। शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी ने इस संबंध में कोई शिकायती पत्र नहीं दिया है।

अरविद कुमार, सीओ तिलहर

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बीडीओ को समस्या का निस्तारण कराने के लिए कहा गया है। ग्रामीणों से भी बात की जाएगी। विद्यालय में पशु बंद करना गलत है। इससे शिक्षा प्रभावित होगी।

दशरथ कुमार, एसडीएम सदर

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