परिवार की महिला के साथ छेड़छाड़ से नाराज चचेरे भाई ने मार डाला

चर्चित ओमप्रकाश हत्याकांड का पुलिस ने राजफाश कर दिया। हत्या लखीमपुर जिले के ही मोहम्मदी थाना क्षेत्र के गांव मजीदपुर मड़ैया गांव निवासी मृतक के चचेरे भाई ने परिवार की महिला से छेड़छाड़ करने पर की थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 06:05 AM (IST)
परिवार की महिला के साथ छेड़छाड़ से नाराज चचेरे भाई ने मार डाला
परिवार की महिला के साथ छेड़छाड़ से नाराज चचेरे भाई ने मार डाला

संवाद सहयोगी, पुवायां (शाहजहांपुर) : चर्चित ओमप्रकाश हत्याकांड का पुलिस ने राजफाश कर दिया। हत्या लखीमपुर जिले के ही मोहम्मदी थाना क्षेत्र के गांव मजीदपुर मड़ैया गांव निवासी मृतक के चचेरे भाई ने परिवार की महिला से छेड़छाड़ करने पर की थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

पिछले साल आठ नवंबर को पुवायां थाना क्षेत्र के गांव बिलसड़ी खुर्द गांव के पास गन्ने के खेत के किनारे बोरे में बंद युवक का शव मिला था। करीब एक माह पहले पुलिस ने शिनाख्त लखीमपुर जिले के मोहम्मदी थाना क्षेत्र के गांव मजीदपुर निवासी ओमप्रकाश के रूप में कराई थी। मामले की जांच की तो हत्यारोपित ओमप्रकाश का ही चचेरा भाई अभिषेक निकला। मंगलवार देर रात पुलिस ने आरोपित को मोहम्मदी रोड से गिरफ्तार कर लिया। अभिषेक ने बताया कि ओमप्रकाश परिवार की ही एक महिला से आये दिन छेड़छाड़ करता था। इसको लेकर कई बार विवाद भी हो चुका था। लेकिन उसके बावजूद वह अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा था। सात नवंबर को गांव से कुछ दूरी पर जंगल में उसकी डंडे से पीटकर हत्या कर दी थी।

पांच दिन जंगल में ही बंधक बनाकर रखा

प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने बताया कि अभिषेक ने ओमप्रकाश को पांच दिन तक जंगल में बंधक बनाकर रखा। किसी को शक न हो इसलिए वह स्वयं घर आता-जाता रहा। सात नवंबर को शराब पिलाने के बाद हत्या कर दी थी। शव को बोरे में बंद कर लिया ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद रात करीब आठ बजे बोरे को बाइक पर बांधकर पुवायां क्षेत्र के गांव बिलसड़ी खुर्द के पास फेंक दिया। -------------

ऐसे हुआ शक

ओमप्रकाश का अभिषेक के परिजन से भूमि को लेकर कुछ विवाद चल रहा था। परिजनों ने भी पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी थी। पुलिस ने जब अभिषेक के परिजनों से पूछताछ की तो विवाद धीरे-धीरे महिला से छेड़छाड़ का निकल कर सामने आया। 14 घंटे की पूछताछ के बाद आरोपित ने सारी सच्चाई पुलिस को बता दी। --------

मामले के राजफाश के लिए पुलिस टीम को 15 हजार रुपये का इनाम दिया गया है। सीओ नवनीत कुमार नायक को प्रशस्ति पत्र दिया गया।

डॉ. एस चिनप्पा, पुलिस अधीक्षक

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