शाहजहांपुर में अवध-असम एक्सप्रेस से उतारे बिहार के 18 नाबालिग
डिब्रूगढ़ से लालगढ़ जा रही अवध असम एक्सप्रेस से गुरुवार को रेलवे जंक्शन पर जीआरपी ने 18 नाबालिग उतारे। चाइल्ड लाइन की सूचना पर यह कार्रवाई हुई। इनके साथ 11 अन्य लोग भी हैं जो स्वयं को इनका रिश्तेदार बता रहे हैं।
शाहजहांपुर, जेएनएन : डिब्रूगढ़ से लालगढ़ जा रही अवध असम एक्सप्रेस से गुरुवार को रेलवे जंक्शन पर जीआरपी ने 18 नाबालिग उतारे। चाइल्ड लाइन की सूचना पर यह कार्रवाई हुई। इनके साथ 11 अन्य लोग भी हैं, जो स्वयं को इनका रिश्तेदार बता रहे हैं। ये सभी बिहार के पूर्णिया व किशनगंज जिले के निवासी हैं और पंजाब के भटिडा शहर जा रहे थे।
गुरुवार सुबह 9.05 बजे जैसे ही अवध असम एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर तीन पर रुकी। जीआरपी थाना प्रभारी फजल उर्र रहमान खां ने सिपाहियों के साथ बोगियों में तलाश शुरू की। अलग-अलग बोगियों में 10 लोगों समेत 16 नाबालिग मिले। इन सभी को ट्रेन से नीचे उतारा। 20 मिनट बाद ट्रेन रवाना हुई तो पता चला कि एक बोगी में दो बच्चे व एक युवक और हैं। इस पर चाइल्ड लाइन प्रभारी ट्रेन में सवार हो गए। आगे बंथरा स्टेशन के पास जैसे ही ट्रेन रुकी। उन्होंने उन तीनों को भी नीचे उतरवा लिया। सभी लोगों को जीआरपी थाने लाए। पूछताछ में सभी लोगों ने स्वयं को अपने साथ मौजूद बच्चों का पिता या रिश्तेदार बताया। बताया कि वे पंजाब के भटिडा मजदूरी करते हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए साथ ले जा रहे थे। ह्यूमन ट्रैफिकिग के प्रभारी इंद्र कुमार ने भी पूछताछ की। नाबालिगों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। चाइल्ड लाइन की सूचना पर ट्रेन से बच्चे व इन लोगों को उतारा है। ये सभी आपस में रिश्तेदार हैं। स्वेच्छा से साथ जा रहे हैं। अब बाल कल्याण समिति के निर्णय के पर आगे की कार्रवाई होगी।
फजल उर्र रहमान, एसओ जीआरपी