महिलाएं सशक्त होंगी तो देश मजबूत होगा: डीएम

डीएम भूपेंद्र एस. चौधरी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में 'नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान' पर विमर्श हुआ। सूबे के सीएम के संदेश को पढ़कर महिलाओं को सुनाया गया। प्रोजेक्टर के जरिए लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के संबोधन को सुनने का अवसर यहां पर आई महिलाओं सहित अन्य लोगों को मिला। डीएम ने कहा कि जब महिलाएं सशक्त होंगी तो समाज और देश मजबूत होगा। सीडीओ हाकिम ¨सह ने कहा कि शासन ने महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक विकास के दिशा में ठोस व सराहनीय पहल की है। सूबे के सीएम की मौजूदगी में आज लखनऊ में नारी सशक्तिकरण से संबंधित कार्यक्रम हो रहा है, इसमें तीन मंडलों की महिलाएं भाग ले रहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 11:23 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 11:23 PM (IST)
महिलाएं सशक्त होंगी तो देश मजबूत होगा: डीएम
महिलाएं सशक्त होंगी तो देश मजबूत होगा: डीएम

संतकबीर नगर: डीएम भूपेंद्र एस. चौधरी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में 'नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान' पर विमर्श हुआ। सूबे के सीएम के संदेश को पढ़कर महिलाओं को सुनाया गया। प्रोजेक्टर के जरिए लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के संबोधन को सुनने का अवसर यहां पर आई महिलाओं सहित अन्य लोगों को मिला।

डीएम ने कहा कि जब महिलाएं सशक्त होंगी तो समाज और देश मजबूत होगा। सीडीओ हाकिम ¨सह ने कहा कि शासन ने महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक विकास के दिशा में ठोस व सराहनीय पहल की है। सूबे के सीएम की मौजूदगी में आज लखनऊ में नारी सशक्तिकरण से संबंधित कार्यक्रम हो रहा है, इसमें तीन मंडलों की महिलाएं भाग ले रहीं हैं। जिन्होंने महिलाओं का सम्मान नहीं किया है, उनका पतन हुआ है, इतिहास इसका गवाह है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन(एनआरएलएम)के जरिए महिलाओं का समूह बनाकर इन्हें स्वावलंबी बनाने की पहल चल रही है। महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'के तहत प्रदेश सरकार स्नातक तक मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की है। नौकरियों में भी इन्हें वरीयता दी जा रही है। संकट के समय बेटियां जो सहयोग कर देंगी, उतना सहयोग बेटे कभी नहीं कर पाते। इसलिए बेटा-बेटी में कोई भेदभाव न करें। घर के मुखिया मेहनत-मजदूरी कर परिवार के भरण-पोषण के लिए पैसा कमाते हैं, इनका ज्यादा पैसा बीमारी के उपचार में डाक्टर के पास खर्च हो जाता है, इसलिए स्वच्छता पर ध्यान ज्यादा दें। खुले में शौच करने के बजाय घर में बने शौचालय(इज्जतघर)का इस्तेमाल करें। इस माह के 30 तारीख तक इस जिले के खुले में शौच से मुक्त(ओडीएफ)हो जाने की संभावना है। वहीं जिनके पास शौचालय है लेकिन आदतवश खुले में शौच करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।''भय बिन होय न प्रीत''की बात बिल्कुल सही है, अब अधिकारियों की टीम हर सप्ताह अचानक जनपद के सभी गांवों में दबिश देगी, खुले में शौच जाने वाले से कारण पूछेगी, दूसरी बार ऐसी स्थिति मिलने पर चेतावनी दी जाएगी, तीसरी बार भी यही स्थिति मिलने पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया जाएगा। ¨चता की बात यह है कि अधिकारियों, कर्मचारियों को गांव में जाकर खुले में शौच करने वाले व्यक्ति की चौकीदारी करनी पड़ रही है। एक महिला ने कहाकि उनके गांव में शौचालय ही नहीं है, गांववासी क्या करें ? इस पर सीडीओ ने कहाकि वे इस पर बात करेंगे। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी राकेश कुमार, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री श्रीमती नीतू ¨सह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता अग्रहरि, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीना देवी, नगर पंचायत मगहर की चेयरमैन श्रीमती संगीता वर्मा, अभिहित अधिकारी(डीओ)मंजूषा ¨सह, सीडीपीओ रोमा ¨सह, वाणिज्य कर अधिकारी सीमा ¨सह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी विजय लक्ष्मी मौर्य, पीओ-डूडा अरुणाभा पाण्डेय, मत्स्य विकास अधिकारी वंदना यादव, महिला थानाध्यक्ष अनीता यादव के अलावा अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।

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