नौ ब्लाक प्रमुखों में से पांच पर महिलाओं का कब्जा

मेंहदावल में पुष्पा त्रिपाठी के निर्विरोध प्रमुख बनने के बाद शनिवार को हुए चुनाव में भी चार महिलाओं ने जीत दर्ज की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 11:09 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 11:09 PM (IST)
नौ ब्लाक प्रमुखों में से पांच पर महिलाओं का कब्जा
नौ ब्लाक प्रमुखों में से पांच पर महिलाओं का कब्जा

संतकबीर नगर : जनपद के नौ ब्लाक प्रमुखों में से पांच पर महिलाओं का कब्जा हो गया है। मेंहदावल में पुष्पा त्रिपाठी के निर्विरोध प्रमुख बनने के बाद शनिवार को हुए चुनाव में भी चार महिलाओं ने जीत दर्ज की। जिले के पांच ब्लाकों पर महिलाओं की सरकार चलेगी। शनिवार को हुए चुनाव में खलीलाबाद से प्रमिला देवी, बघौली ब्लाक से सरिता सिंह सैंथवार, सेमरियावां से मजहरुनिशा और हैंसर बाजार से जइंत्रा देवी को जीत मिली। शनिवार की सुबह से देर रात क सिर्फ ब्लाक प्रमुख चुनाव की चर्चा रही। सुबह से ही लोग हार-जीत का समीकरण बनाते रहे। 11 बजे से शुरू हुए चुनाव के बाद जनपद के सभी आठ ब्लाकों पर समर्थकों का हुजूम जुटा रहा। रह-रहकर नारेबाजी होती रही। हालांकि पूरे जनपद में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद रहा। चुने प्रमुख अब जनता की करें सेवा : समीर सिंह

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. समीर सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की यही खूबी होती है कि जीत के बाद विजयी प्रत्याशी सभी सदस्यों का नेता हो जाता है। ब्लाक प्रमुख के लिए चुने गए लोग अब दलीय निष्ठा से ऊपर उठकर लोगों की सेवा में जुट जाएं। मोदी और योगी की जनकल्याणकारी योजनाओं को गांवों के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएं। उन्होंने सभी को जीत की बधाई देते हुए बेहतर काम करने की अपील की। सूची में गड़बड़ी से मतदान नहीं कर पाई महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य

संतकबीर नगर : ब्लाक प्रमुख पद के लिए नाथनगर ब्लाक के मतदान केंद्र पर शनिवार को उस समय अजीब मामला पेश हो गया, जब मतदान के लिए पहुंची एक क्षेत्र पंचायत सदस्य को सहायक निर्वाचन अधिकारी ने रोक लिया। प्रमाण पत्र व मतदाता सूची में अलग-अलग नाम होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।

दिन में लगभग 11 बजे कड़सरा की क्षेत्र पंचायत सदस्य सुशीला देवी मतदान के लिए पहुंचीं। ब्लाक के सहायक निर्वाचन अधिकारी नागेंद्र सिंह ने सत्यापन के दौरान उन्हें मतदान करने से रोक दिया। यहां मामला यह रहा कि प्रमाणपत्र पर सुशीला देवी दर्ज था जबकि ब्लाक के मतदाता सूची में सुनीला देवी दर्ज था। अधिकारी ने बताया कि नाम में अंतर होने के कारण उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा। इसे लेकर सपा के लोगों ने आपत्ति भी की लेकिन महिला को वोट नहीं देने दिया गया।

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