कोरोना पर नजर रखने के लिए लेते रहेंगे सैंपल

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए डाक्टर और स्टाफ नर्स को किया गया प्रशिक्षित

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:17 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:34 AM (IST)
कोरोना पर नजर रखने के लिए लेते रहेंगे सैंपल
कोरोना पर नजर रखने के लिए लेते रहेंगे सैंपल

संतकबीर नगर: शहर और ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना में कमी आ रही है, इस पर नजर रखने के लिए बारी-बारी से हर जगह से सैंपल लिए जाते रहेंगे। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जनपद स्तर के सभी डाक्टरों और स्टाफ नर्स को प्रशिक्षित किया गया है। विशेषज्ञ सप्ताह में एक दिन इन्हें आनलाइन कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दे रहे हैं ताकि कोरोना के मामले आए तो ये सही से उपचार कर सकें। स्वास्थ्य महकमे ने दूसरी लहर से सबक लिया है। कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका पर आक्सीजन, दवा, बेड व मैन पावर की कमी न रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लखनऊ की जगह सीएचसी खलीलाबाद में ही होगी सैंपल की जांच

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खलीलाबाद में तीन कमरों वाला भवन चिह्नित कर लिया गया है। इसमें कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट की जांच के लिए प्रयोगशाला स्थापित करने की तैयारी चल रही है। 1200 वर्ग फीट क्षेत्रफल वाले इस भवन में अत्याधुनिक उपकरण लगेंगे। इसके बनकर तैयार हो जाने पर कोरोना के सैंपल की जांच यहीं पर हो जाएगी। अब तक यह सुविधा इस जिले में नहीं थीं। इसकी वजह से गोरखपुर, अयोध्या के अलावा किग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू)लखनऊ में जांच के लिए कोरोना के सैंपल भेजे जाते रहे हैं। कोविड हास्पिटल में जरूरी दवाएं उपलब्ध

कोविड हास्पिटल में एंटीबायोटिक, स्टेरायड, ईटी ट्यूब,आक्सीजन मास्क सहित सभी जरूरी दवाएं व संसाधन उपलब्ध हैं। अस्पताल में चिकित्सक कोरोना संक्रमित मरीज की परिस्थितियों और जांच रिपोर्ट के अनुसार इलाज करते हैं। न्यूमेरिन, रेमडेसिविर, टैक्लू इंजेक्शन लगाए जाते हैं। जरूरत पड़ने पर स्टेरायड, एमाक्सीसिलिन आदि एंटीबायोटिक, एसप्रीन टेबलेट दिए जाते हैं। यदि मरीज को डायबिटीज है तो इसे नियंत्रित करने के लिए पहले इंसुलिन लगाया जाता है। इसी प्रकार ब्लड प्रेशर के मरीजों को दवा देकर उनका उच्च रक्तचाप नियंत्रित किया जाता है। जबकि होम आइसोलेशन के दौरान कोरोना संक्रमितों को मेडिकल किट दिए जाते हैं। इसमें तीन दिन के लिए आइवरमेट्रीन, एजिथ्रोमाइसीन, पैरासीटामाल टेबलेट दिए जाते हैं। इसके बाद चौथे से दसवें दिन के लिए डाक्सीसाइक्लीन, जिक-50 एमजी प्रतिदिन एक बार, विटामिन-सी 500 एमजी प्रतिदिन तीन बार, विटामिन-डी 3 सप्ताह में एक बार के हिसाब से दिया जाता है।

कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका के पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर ली जा रही हैं। आक्सीजन, जरूरी दवा, बेड, मैन पावर की कमी न रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डाक्टर और स्टाफ नर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सीएचसी खलीलाबाद में लैब के बन जाने पर कोरोना के सैंपल की जांच यहीं हो जाएगी। दूसरे जिले में सैंपल भेजने की समस्या दूर हो जाएगी।

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