दूसरे दिन भी थमे रहे एंबुलेंस के पहिए, परेशान रहे लोग

आंदोलन को लेकर दिक्कतों का सामना कर रहे बीमार लोगों के स्वजन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:28 PM (IST)
दूसरे दिन भी थमे रहे एंबुलेंस के पहिए, परेशान रहे लोग
दूसरे दिन भी थमे रहे एंबुलेंस के पहिए, परेशान रहे लोग

संतकबीर नगर : जनपद में मंगलवार को दूसरे दिन भी एंबुलेंस के पहिए थमे रहे। बात एंबुलेंस कर्मियों, सेवा प्रदाता कंपनी और शासन के निर्णय को लेकर फंसी है। कौन सही कौन गलत यह अलग बात है, पर असलियत है कि इसे लेकर अनेक की जान पर संकट आ पड़ गया है।

खलीलाबाद जूनियर हाई स्कूल परिसर में सोमवार से खड़े 102 व 108 आदि एंबुलेंस के पहियों पर ब्रेक लगा रहा। जीवनदायी स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जमीर खान ने कहा कि एंबुलेंस कर्मियों ने जान को खतरे में डालकर कोरोना के दौर में कार्य किया है। एक ही झटके में सरकार से नई कंपनी का करार होने पर उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। अब इसे लेकर आर-पार की लड़ाई होगी। अधिकारियों द्वारा कर्मियों को मुकदमें की धमकी दी जा रही है। बात है कि जब जीविका ही छीनने का प्रयास हो रहा है तो इसे लेकर पीछे हटने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि बुधवार को कपड़ा निकालकर नग्न प्रदर्शन किया जाएगा। जब तक सेवा प्रदाता कंपनी अपने निर्णय को नहीं बदलती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर दुर्गेश मिश्र, भागवत यादव, धीरेंद्र यादव, जिलाजीत यादव, विशाल चौधरी, शिवम पांडेय, रमेश चंद्र, राकेश, विनोद, सुरेंद्र पांडेय, हरेंद्र पांडेय, शशि प्रकाश गौड़, प्रमोद कुमार समेत अनेक एंबुलेंस कर्मी मौजूद रहे। टेंपो से मरीज ले गए अस्पताल

बघौली ब्लाक के बुंदीपार निवासी बसंत की पेट दर्द से दिन में 11 बजे हालत खराब हुई। उनके सहयोगी जलधारी सिंह ने एंबुलेंस के लिए फोन किया। एक बजे तक एंबुलेंस नहीं आई तो टेंपो से बसंत को जिला अस्पताल ले जाना पड़ा। इसी प्रकार का हाल मेंहदावल के श्रीचंद्र ने बयां किया, उनका कहना है कि बहू को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाने के लिए उन्हें प्राइवेट गाड़ी किराए पर लेनी पड़ी।

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