कोरोना वार्ड में हर जगह गंदगी, जिम्मेदार बेपरवाह

जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारी बार-बार लोगों से यह अपील करते हैं कि कोरोना से बचने के लिए स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:43 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:06 AM (IST)
कोरोना वार्ड में हर जगह गंदगी, जिम्मेदार बेपरवाह
कोरोना वार्ड में हर जगह गंदगी, जिम्मेदार बेपरवाह

संत कबीरनगर : जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमें के आला अधिकारी बार-बार लोगों से यह अपील करते हैं कि कोरोना से बचने के लिए स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। हैरत की बात यह है कि अधिकारी स्वयं स्वच्छता सहित अन्य बिदुओं को लेकर उदासीन हैं। सेंट थामस इंटर कालेज-खलीलाबाद का कोरोना एल वन वार्ड इस सच को बयां कर रहा है। अव्यवस्था की देन है कि यहां पर भर्ती किए जाने की बात सुनकर पॉजिटिव मरीज भयभीत हो जाते हैं। जांच-पड़ताल करने पर इस वार्ड की यह ताजा स्थिति सामने आई अंदर-बाहर गंदगी देख किस्मत को कोसते हैं मरीज एक पॉजिटिव मरीज के पास बेड पर लंच पैकेट खुला हुआ है। इसमें दो जली हुई रोटियां व आलू की सब्जी है। इसे वह बेमन से खा रहा है। सीढि़यों पर ग्लव्स, पीपीई किट, गंदे कपड़ों का ढ़ेर लगा हुआ है। टेबल, बेंच व खाली चारपाई पर खाली लंच पैकेट, पालीथिन के ढ़ेर है। टायलेट की सीट इतनी गंदी है कि इसे देखकर ही उल्टी हो जाएगी। इसके बगल में फर्श पर गंदगी की मोटी परतें हैं। मूत्रालय के टब में पेशाब जमा है, आसपास गंदगी होने से बदबू निकल रही है। पानी की टोटी के पास गंदगी की वजह से मोटी परत जमी हुई है। जगह-जगह रखे गए डस्टबिन में खाली लंच पैकेट व पालीथिन भरे हुए हैं। कमरे के बाहर जगह-जगह कूड़ा व कपड़ों का ढ़ेर लगा हुआ है। अंदर-बाहर गंदगी व अव्यवस्था को देखकर यहां के भर्ती मरीज परेशान हैं। जांच होती है या फिर खानापूर्ति? प्रमुख सचिव होमगार्ड व इस जिले के नोडल अधिकारी अनिल कुमार भी जनपद दौरे में यहां कभी-कभी निरीक्षण करते हैं। डीएम रवीश गुप्त हर सप्ताह कम से कम एक-दो बार निरीक्षण करते हैं। इसके बाद भी न जानें क्या वजह है कि नाश्ता-भोजन की गुणवत्ता सुधरने का नाम नहीं ले रही है। टायलेट, स्नानघर व अन्य जगहों की गंदगी दूर नहीं हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी जिस दिन जांच के लिए आते हैं, उस दिन इसे चमका दिया जाता है। इनके चले जाने के बाद साफ-सफाई करना कर्मी भूल जाते हैं। जिले के एक मात्र कोविड वार्ड में करीब डेढ़ सौ से अधिक संक्रमित भर्ती हैं। स्कूल को ही वार्ड बनाया गया है। इसलिए यहां कुछ दिक्कतें हैं। करीब सौ रुपये एक दिन के भोजन को मिलता है। इसी में दो टाइम भोजन दिया जाता है। वार्ड में गंदगी की शिकायत मिल रही है, उसे भी ठीक कराने का प्रयास होगा।

हरगोविद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

chat bot
आपका साथी