हाईवे पर दो कार टकराई, मां-बेटी घायल
गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भुवरिया चौराहे के पास हुआ हादसा
संतकबीर नगर: गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग के भुवरिया चौराहे पर सोमवार-मंगलवार की रात करीब 12 बजे दो कार आपस में टकरा गई। इस हादसे में एक कार में बैठी मां और बेटी घायल हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजवाया। यहां पर इनका उपचार चल रहा है। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त दोनों कार को बीच सड़क से हटाकर किनारे किया और आवागमन बहाल कराया।
गोरखपुर जनपद के गगहा थानाक्षेत्र के कोठा भलुवान गांव निवासी पुष्पा मद्धेशिया पत्नी चंद्रशेखर व उनकी बेटी पूजा मद्धेशिया आई-20 कार में बैठी थीं। बीती रात करीब 12 बजे गोरखपुर की तरफ जा रही यह कार गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भुवरिया चौराहे के पास पहुंची थी। इसी दरम्यान लखनऊ से गोरखपुर की तरफ जा रही क्रेटा कार तेजी से आ गई। इससे दोनों कार आपस में टकरा गई। इस हादसे में आई-20 कार में बैठी मां पुष्पा और बेटी पूजा घायल हो गई। वहीं इस कार का चालक बाल-बाल बच गया। जबकि क्रेटा कार में सवार महराजगंज जनपद के कोतवाली सोनौली थानाक्षेत्र के शेख फरेदा निवासी साबिद अली पुत्र शाह मोहम्मद तथा गोरखपुर जनपद के वार्ड संख्या 66 नेताजी सुभाष चंद्र नगर कालोनी दिनेश प्रसाद पुत्र ठाकुर प्रसाद बाल-बाल बच गए। सूचना पर पहुंची कांटे चौकी के पुलिस कर्मियों ने घायल मां और बेटी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भेजवाया। दुर्घटनाग्रस्त दोनों कार को बीच सड़क से किनारे किया। दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज
संतकबीर नगर : दुधारा पुलिस ने मंगलवार को पति समेत तीन पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है। थाने में दी गई तहरीर में दरियाबाद निवासी सुदामा देवी पत्नी राम नरेश ने लिखा है कि अमरनाथ पुत्र फिरत निवासी ग्राम छंगुरिया बगुलिया तथा उनके परिवार के लोग उनकी बेटी लक्ष्मी देवी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं। थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि तीन पर मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। सर्पदंश से महिला की मौत
संतकबीर नगर: धर्मसिंहवा थानाक्षेत्र के सेवाईचपार में मंगलवार की सुबह एक महिला को सांप ने डंस लिया। स्वजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
50 वर्षीय सुभावती देवी सुबह लगभग सात बजे खेतों की तरफ गई थीं। इसी दौरान उन्हें जहरीले सांप ने काट लिया। वह चिल्लाते हुए घर आईं, स्वजन इलाज के लिए उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरैया ले गए। यहां उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेंहदावल भेजा गया। यहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।