पोर्टल में पंजीकरण कराने के लिए समय-सीमा बढ़ी
शासन ने अधिकाधिक किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के लिए द्घष्ह्य.ह्वश्च.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ नामक पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिए फिर समय-सीमा बढ़ा दी है। जो किसान किन्हीं कारणवश इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण नहीं करवा सके हैं वे यह काम 15 अक्टूबर 2018 तक करवा सकेंगे। वहीं इस पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले किसान ही अपना धान बेच पाएंगे, जो नहीं कराएंगे वे समर्थन मूल्य का लाभ पाने से वंचित हो जाएंगे।
संतकबीर नगर: शासन ने अधिकाधिक किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के लिए द्घष्ह्य.ह्वश्च.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ नामक पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिए फिर समय-सीमा बढ़ा दी है। जो किसान किन्हीं कारणवश इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण नहीं करवा सके हैं वे यह काम 15 अक्टूबर 2018 तक करवा सकेंगे। वहीं इस पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले किसान ही अपना धान बेच पाएंगे, जो नहीं कराएंगे वे समर्थन मूल्य का लाभ पाने से वंचित हो जाएंगे।
समर्थन मूल्य का लाभ पाने के लिए किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। शासन ने इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के लिए पहले 25 जुलाई से 30 अगस्त, इसके बाद 30 अगस्त से 15 सितंबर तक के लिए समय-सीमा निर्धारित की थी। समर्थन मूल्य योजना में किसानों से की जाने वाली खरीद में धांधली को समाप्त करने के लिए शासन ने यह पोर्टल विकसित की है। पंजीकरण कराने के समय इस पोर्टल पर छह विकल्प आते हैं। धान खरीद पर क्लिक करने पर प्रपत्र निकलेगा, इसे भरना होता है। इसमें आधार कार्ड व बैंक खाते का नंबर सहित अन्य विवरण भरना होता है। इसके अलावा खतौनी के आधार पर किसानों को अपना अंश, गाटा संख्या व रकबा भरना होगा। इसके बाद संबंधित तहसील के एसडीएम हल्का लेखपाल आदि के जरिए सत्यापन कराएंगे कि संबंधित किसान के पास वास्तव में उतनी जमीन है या नहीं ? जांच में सत्य पाए जाने पर किसान रकबा के अनुरुप अपने निकट के केंद्र पर धान बेच पाएंगे। डिप्टी आरएमओ रामानंद जायसवाल ने यह जानकारी दी है।
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