तेजी से घट रहा सरयू का जलस्तर, कटान तेज
बांध पर कैंप कर रहे बाढ़ खंड के अधिकारी कर्मचारी
संतकबीर नगर: धनघटा तहसील में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से घटने लगा है। बाढ़ के पानी से घिरे गांवों का रास्ता खाली होने से लोग घर की तरफ वापस लौटने लगे हैं। तुर्कवलिया व गायघाट में बांध के निकट नदी की धारा पहुंचने से कटान की आशंका को लेकर बाढ़ खंड के अधिकारी व कर्मचारी कैंप कर रहे हैं।
शनिवार को सरयू नदी का जलस्तर तुर्कवलिया में 79.15 मीटर रहा जो रविवार को घटकर 78.90 मीटर दर्ज किया गया। यह खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर कम है। तुर्कवलिया में लगे गेज के अनुसार खतरे का निशान 79.35 मीटर है। नदी का जलस्तर घटने के कारण बाढ़ से घिरे गांव आगापुर, गुलरिहा, कुर्मियान, सियरकला,गायघाट,कंचनपुर, ढोलबजा, सरैया, खरैया,चकदहा ,भौवापार,आदि गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली है। नदी में पानी कम होने के साथ ही गायघाट और तुर्कवलिया में बांध पर दबाव भी थोड़ा बढ़ गया है। बचाव के लिए जिम्मेदार विभाग के कर्मी दोनों स्थानों पर लगातार मौजूद रहकर नजर रख रहे हैं। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सतीश चंद्र ने कहा कि अभी कटान भी थमी हुई है, यदि बांध की तरफ नदी बढ़ी तो इसे रोकने के लिए भी तैयारी पूरी कर ली गई है।
लोगों ने डीएम से सड़क काटने की शिकायत की
संतकबीर नगर: गौरा गांव के ग्रामीणों ने रविवार को डीएम से सड़क काटने की शिकायत की है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। बखिरा थानाक्षेत्र के बखिरा-गौरा मार्ग को पिछले दो सप्ताह से कुछ लोगों ने मछली मारने के लिए काट दिया है। इससे छह गांव के लोगों का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। आन-जाने में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
गौरा गांव निवासी राशिद खान,अनवर अली, सद्दाम हुसैन, फजले रसूल, मुमताज अली, दीनानाथ, मुकेश कुमार का कहना है कि बारिश के कारण जलजमाव हो गया था। मछली मारने के लिए कुछ लोगों ने बखिरा- गौरा मार्ग पर करीब तीन फीट सड़क को काट दिया। इससे दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। गौरा, परतिया,अजगरा, समदा,भैंसठ, पचेठी के लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सड़क मरम्मत कराने के साथ ही जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।