खतरे का निशान छूने को बेताब है राप्ती नदी
मेंहदावल के कछार क्षेत्र में बहने वाली राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर खतरे(लाल)के निशान को छूने को बेताब दिख रही है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 7
संत कबीरनगर : मेंहदावल के कछार क्षेत्र में बहने वाली राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर खतरे(लाल)के निशान को छूने को बेताब दिख रही है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 78.5 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 79.5 है। अगर इसी रफ्तार से नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई तो जल्द ही नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा।
जलस्तर के लगातार बढ़ने से 19. 2 किमी लम्बे बांध के किनारे के गांव करमैनी, नॉगो, बढ़या, तिवारीपुर, विशुनपुर, बेलौली, छपिया आदि गांवों के लोग बाढ़ को लेकर आशंकित है। अभी भी बांध के किनारे कई स्थानों पर रेनकट, रेट होल्स आदि मौजूद है। ड्रेनेज खंड विभाग इसको ठीक करने को लेकर सुस्त बना हुआ है। इसी प्रकार आमी नदी के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। देवपुर, किठुरी आदि गांव के लोग नाव के सहारे गांव से आवागमन करने पर मजबूर है। सामान को ले जाने के लिए लोग नाव का प्रयोग कर रहे है।
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सरयू स्थिर, पानी से घिरे गांव
फोटो एसकेटी-16
जासं, धनघटा :
तहसील क्षेत्र में बह रही सरयू नदी का जल स्तर स्थिर होने के बाद भी आधा दर्जन से अधिक गांव पानी से घिरे हैं। शनिवार को नदी का स्तर 79.10 मीटर रहा। जबकि तुर्कवलिया में लगे गेज के अनुसार खतरे का निशान 79.35 है। इस प्रकार नदी खतरे के निशान से महज 25 सेमी नीचे बह रही है। रविवार को भी यही माप सामने आई। बाढ के पानी से पटौवा,सुअरहा,गुनवतिया,गायघाट,कंचनपुर आदि गांव घिरे हैं। क्षेत्रीय निवासी राम शंकर यादव,हरीराम यादव,रामजीत आदि ने कहा कि हाल यही रहा तो फिर से गांव छोड़कर बंधे पर शरण लेनी पड़ेगी। एसडीएम प्रमोद कुमार नेकहा कि बाढ़ से बचाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।