दो भाइयों को खोने का गम दबाकर बढ़ा रहे संक्रमितों का हौसला

संतकबीर नगर बेलहर ब्लाक के ग्राम कुसुरू खुर्द निवासी इंद्रजीत शुक्ल दो भाइयों की चार दिन पहले हुई मौत का गम दबाकर संक्रमितों का हौसला बढ़ा रहे हैं। सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की नसीहत देते हुए हर संभव मदद भी कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:56 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:56 PM (IST)
दो भाइयों को खोने का गम दबाकर बढ़ा रहे संक्रमितों का हौसला
दो भाइयों को खोने का गम दबाकर बढ़ा रहे संक्रमितों का हौसला

संतकबीर नगर: बेलहर ब्लाक के ग्राम कुसुरू खुर्द निवासी इंद्रजीत शुक्ल दो भाइयों की चार दिन पहले हुई मौत का गम दबाकर संक्रमितों का हौसला बढ़ा रहे हैं। सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की नसीहत देते हुए हर संभव मदद भी कर रहे हैं।

पूर्व प्रधानाचार्य व परिवार के मुखिया इंद्रजीत शुक्ल ने बताया कि कोरोना संक्रमित दो भाइयों की चार दिन के अंदर मौत हो चुकी है। भाइयों की मौत के गम को दबाकर उनकी पत्नी और बच्चों को बेसहारा नहीं महसूस नहीं होने दिया। हमारे भाई इंद्रराज शुक्ल, शुत्रुघ्न शुक्ल व सर्वजीत शुक्ल ने कभी अलग होने की नहीं सोची और परिवार को विकास के पथ पर ले जाने के लिए आजीवन प्रयास करते रहे। छोटे भाई शत्रुघ्न शुक्ल की कोरोना से मौत हो गई। अभी हम सब उनकी मौत का गम भूल भी नहीं पाए थे कि बिहार के दरभंगा जनपद के जिला जज पद से एक वर्ष पहले सेवानिवृत्त होकर घर आए तीसरे नंबर के भाई सर्वजीत शुक्ल की भी मौत हो गई। परिवार के लोगों को कुछ सूझ ही नहीं रहा था कि क्या करें। हालांकि संयुक्त परिवार होने से धीरे-धीरे अपनों को खोने के जख्म भरते गए। एक साथ बनता है 32 सदस्यों का भोजन

परिवार में वर्तमान में 32 सदस्य हैं। इसमें एक दर्जन से अधिक सरकारी सेवा में हैं। ड्यूटी को लेकर भले ही लोग बाहर रहते हैं परंतु घर आने पर सभी का भोजन एक ही चूल्हे पर पकता है। खास बात यह भी है कि सभी एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। गांव का यह संयुक्त परिवार पूरे क्षेत्र में मिसाल बन गया है।

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