जिला अस्पताल में घायल की मौत, परिजनों का हंगामा
संत कबीरनगर जिला अस्पताल में शुक्रवार को सुबह 10 बजे उस समय चिकित्सकों की संवेदनहीनता क
संत कबीरनगर : जिला अस्पताल में शुक्रवार को सुबह 10 बजे उस समय चिकित्सकों की संवेदनहीनता का नमूना सामने आया जब कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को इलाज के लिए लाया गया। वह दर्द से कराहता रहा, परिवार के लोग अस्पताल कर्मियों से जान बचाने की गुहार लगा रहे थे। आखिरकार उसकी मौत हो गई। इसे लेकर परिवार और गांव के लोगों ने जमकर हंगामा किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
चुड़ियामैल निवासी ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि कार हादसे में दो की मौके पर मौत हो गई थी जबकि उनके दामाद विजय मिश्र को सीएचसी मेंहदावल से रेफर होने के बाद जिला अस्पताल लाया गया था। वह भी घायल अवस्था में उनके साथ जिला अस्पताल आए थे। यहां 8.10 पर पहुंचने के बाद एक घंटे तक कोई डाक्टर नहीं आया। फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय अपने स्तर से इलाज करते रहे। चिकित्सकों की लापरवाही से ही उनके दामाद की मौत हुई है। यदि समय से उनका इलाज हुआ होता तो जान बच सकती थी। इसी बात को लेकर गांव निवासी भी आक्रोशित हो गए। सभी ने चिकित्सकों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ने लगा, मौके पर सीओ आनंद पांडेय, कोतवाली प्रभारी गौरव सिंह ने पहुंचकर लोगों को शांत करवाया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हरगोविद सिंह ने कहा कि इलाज के अभाव में घायल की मौत गंभीर मामला है। इसकी जांच करवाकर लापरवाही करने वाले चिकित्सक और कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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मैं खुद भी जिला अस्पताल गया था। यहां प्रथम²ष्टया घायल के इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है। इसकी जांच करवाने के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा। इलाज में लापरवाही के मामले को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राकेश सिंह बघेल, विधायक, मेंहदावल