बंद होगी जनपद के पांच हिस्ट्रीशीटरों की फाइल
388 हिस्ट्रीशीटरों के चाल-चलन का हुआ सत्यापन
संतकबीर नगर : जिले के पांच हिस्ट्रीशीटरों की फाइल अब बंद हो जाएगी। यह उनकी मौत हो जाने की सूचना मिलने पर की जा रही है। आपरेशन दस्तक के तहत पूर्व और वर्तमान में जिन अपराधियों का नाम पुलिस रिकार्ड में रहा है उनके चाल-चलन के बारे में पता करके सूचनाएं अपडेट करने का कार्य चल रहा है।
पुलिस की जांच में कोतवाली खलीलाबाद के बनकसिया निवासी राधेश्याम सिंह, सहसरावमाफी के इकबाल, नहसापार के रवींद्र कुमार चौरसिया, निखरकपार के विशाल उपाध्याय और खलीलाबाद के रामनगर कालोनी के अनिल गुप्ता की मौत हो जाने की पुष्टि हुई है। एसपी डा. कौस्तुभ ने बताया कि सुधर चुके लोगों को ग्राम प्रधान, सभासद अथवा नगर पालिका, नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा सत्यापित पत्र थाने पर प्रस्तुत करना चाहिए। जिम्मेदारों के पत्र व पुलिस रिकार्ड को देखकर संबंधित के खिलाफ आगे की कार्रवाई रोकी जाएगी। एसपी के तेवर देख 11 दिन में ही पूरी हो गई 151 विवेचनाएं
संतकबीर नगर : पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ के तेवर को देख पुलिस महकमा तेज हो गया है। जनपद के आठ थानों में 575 विवेचनाएं महीनों से लंबित पड़ी थीं। सुस्त गति से काम चल रहा था। विवेचनाओं की लंबी फेहरिस्त देख एसपी मातहतों पर बिगड़ गए। काम अटकाने वाले दारोगाओं और अन्य जिम्मेदारों को टाइट किया और कार्रवाई का भय दिखाया। नतीजा यह रहा कि मात्र 11 दिनों में ही 151 विवेचनाएं पूरी हो गईं। अन्य पर भी तेजी से काम चल रहा है।
एसपी के सख्त आदेश के बाद लंबित मामलों की विवेचना में तेजी आ गई है। 8 जून से 19 जून के बीच 151 विवेचना पूरी हो चुकी है। थाना प्रभारियों को लंबित मामलों के निस्तारण करने के लिए समय सीमा भी तय कर दी गई है। अपराध की स्थिति के हिसाब से मामला निस्तारित करने का समय दिया गया है। जनपद के विभिन्न थानों में अभी भी 424 मामलों मे विवेचना चल रही है। एसपी ने बताया कि जैसे ही उन्हें पता चला कि महीनों से तमाम मामलों को अटकाया गया है वह मातहतों की क्लास लेना शुरू कर दिए। अब वह अभियान चलाकर जल्द ही विवेचना के मामले को शून्य करने का प्रयास करेंगे।