जिस पर चला था बुल्डोजर, उसी का कर दिया पट्टा

बारीडीहा गांव में सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जे पर वर्ष 2016 में प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर बुल्डोजर चलवाया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 08:40 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 08:40 PM (IST)
जिस पर चला था बुल्डोजर, उसी का कर दिया पट्टा
जिस पर चला था बुल्डोजर, उसी का कर दिया पट्टा

संत कबीरनगर : धनघटा तहसील क्षेत्र के बारीडीहा गांव में सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जे पर वर्ष 2016 में प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर बुल्डोजर चलवाया था। उसी भूमि को तहसील के जिम्मेदारों ने आरोपित के बेटों के नाम पट्टा कर दिया। जिसके नाम से यह कीमती भूमि हुई है उसमें एक विदेश में रहता है। मामले की जानकारी के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। जांच की जा रही है कि ऐसा कैसे हो गया, इसमें राजस्व विभाग का कौन-कौन कर्मी शामिल है। जिलाधिकारी के पास मामला पहुंचने के बाद स्थानीय अधिकारी कार्रवाई की बात कर रहे हैं।

रीता देवी पत्नी शंकर यादव ने पूर्णमासी पुत्र बलेश्वर के ऊपर आरोप लगाया था कि वह गांव में स्थित सरकारी भूमि पर कब्जा किए हैं। तहसील में जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंच गईं। कोर्ट ने सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने का निर्देश दिया। 15 सितंबर 2016 को तत्कालीन तहसीलदार ने जेसीबी से गाटा संख्या 514 से अवैध कब्जा हटाकर भूमि अपने कब्जे में ले लिया। एक माह पूर्व उसी भूमि पर निर्माण होता देख जब रीता देवी तहसील में इसकी शिकायत कीं तो पता चला कि सरकारी भूमि का पट्टा पूर्णमासी के पुत्र इंद्रजीत और सुरेश के नाम से हो गया है। रीता देवी ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कहा कि इंद्रजीत विदेश में रहता है। जिन लोगों के नाम सरकारी भूमि का पट्टा हुआ है उनकी गिनती गांव के अमीरों में होती है। ऐसे में सरकारी भूमि का पट्टा कैसे हो गया। लेखपाल की रिपोर्ट पर उठ रहे सवाल

हाईकोर्ट के आदेश पर 2016 में भूमि से अवैध कब्जा हटा था, लेकिन लेखपाल की रिपोर्ट यह बताती है कि उस भूमि पर 2012 से ही पक्का निर्माण है। अब सवाल यह उठता है कि कोर्ट के आदेश से जो निर्माण ढहवाया गया था, वह कहां गया। इस बीच आरोपितों ने टिन शेड का निर्माण कर लिया है। मामला गंभीर है। पट्टे की जानकारी मिली है। वह स्वयं इस मामले को देख रहे हैं। यदि कोर्ट के आदेश पर अवैध कब्जा हटा था तो आरोपित के बेटों के नाम कैसे पट्टा हो गया। इसमें कौन-कौन शामिल है, सबकी रिपोर्ट तैयार हो रही है। कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को लिखा जाएगा।

नवीन कुमार श्रीवास्तव, एसडीएम, धनघटा

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