सांप्रदायिक सौहार्द सबसे बड़ी ताकत : मौलाना हलीमुल्लाह

जमीयतुल उलेमा ए ¨हद किसी मजहब से बैर व फिरका परस्ती की बात नहीं करता।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 11:08 PM (IST)
सांप्रदायिक सौहार्द सबसे बड़ी ताकत : मौलाना हलीमुल्लाह
सांप्रदायिक सौहार्द सबसे बड़ी ताकत : मौलाना हलीमुल्लाह

मगहर : जमीयतुल उलेमा ए ¨हद किसी मजहब से बैर व फिरका परस्ती की बात नहीं करता। हमारा उद्देश्य मात्र मुल्क ¨हदुस्तान की बहबूदी व तरक्की से है। मुल्क में आपसी सौहार्द कायम कर हमें देश को आगे बढ़ाना है। जिससे आने वाले समय में ¨हदुस्तान विश्व में एक महाशक्ति बन सके।

यह बातें बुधवार की रात जमीयतुल उलेमा ए ¨हद महाराष्ट्र के जनरल सेक्रेटरी मौलाना हलीमुल्लाह कासमी ने कहीं। वे नगर पंचायत स्थित शेरपुर चौराहा पर नौजवान कमेटी के तत्वावधान कौमी यकजहती रहमतुल लिल आलमीन कांफ्रेंस को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हमें इंसानियत के तका•ो से अपने पड़ोसियों के हक को समझते हुए उनकी मदद करनी चाहिए। पड़ोसी ¨हदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई कोई भी हो उनकी मदद करना हमारा कर्तव्य बनता है। हमारा मुल्क एक बार अंग्रेजों की चाल से दो टुकड़ों में बंट चुका है। ऐसे में हमें चाहिए कि आपसी भाईचारा बनाएं रखें ताकि हमारा मुल्क पूरी दुनिया मे एक मिसाल कायम कर महा शक्ति बने।

उन्होंने कहा कि फिरका परस्ती ठीक नहीं है। इससे हमारा मुल्क तरक्की नहीं कर सकता।हमें फिरका परस्ती से दूर रहना चाहिये। फिरका परस्ती खत्म कर प्यार व मोहब्बत का पैगाम देकर मुल्क की तरक्की की बात करना जमीयतुल उलेमा ए हिन्द का मिशन है। इससे पूर्व कांफ्रेंस का आगाज कारी मोहम्मद अकमल की तिलावत ए कुरान पाक से हुआ। सीतापुर के कारी शराफत हुसैन व रियाज भारतीय ने नाते पाक सुनाकर मुग्ध किया। अध्यक्षता डा. मोहम्मद अब्दुल्लाह कासमी व संचालन हाफिजो कारी मोहम्मद अकरम ने किया।

इस मौके पर मौलाना खुर्शीद अहमद, मौलाना मोहम्मद आरिफ, हाफिज हकीमुल्लाह, हाफिज मुगीस अहमद, हाफिज अब्दुल कयूम, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, चेयरमैन प्रतिनिधि राजेश उर्फ गुड्डू वर्मा, त्रिलोकी नाथ वर्मा, राहुल कुमार कनौजिया, अहमद आलम, पूर्व चेयरमैन नूरुजजमा अंसारी, सभासद सिबतैन मुस्तफा, सभासद मोहम्मद असअद आदि मौजूद रहे।

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