उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मनोकामना पूरी होने का वरदान

संतकबीर नगर : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष सप्तमी पर बुधवार की भोर में निराजल व्रत रखी महिलाओं ने घ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:07 PM (IST)
उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मनोकामना पूरी होने का वरदान
उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मनोकामना पूरी होने का वरदान

संतकबीर नगर : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष सप्तमी पर बुधवार की भोर में निराजल व्रत रखी महिलाओं ने घाटों पर खड़ा होकर अरुणोदय काल में उदीयमान भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। साथ ही छठ महारानी का पूजन-अर्चन के साथ संतान प्राप्ति, दीर्घायु आदि की कामना पूर्ति के लिए वरदान मांगा। नैवेद्य व ओष्ठांगन को समर्पण कर दान-पुण्य के साथ प्रसाद ग्रहण कर व्रत एवं अनुष्ठान का समापन किया।

सूर्योपासना के महापर्व पर नदी, तालाबों और पोखरों के घाटों पर आस्था उमड़ पड़ी। मेले व पौराणिक कथाओं के आयोजन से पूरे दिन उत्सव जैसा माहौल बना रहा। वैदिक काल से ही भगवान सूर्य के उपासना की परंपरा चली आ रही है। इसी कड़ी में कार्तिक शुक्ल षष्ठी को सूर्योंपासना महापर्व डाला छठ का आयोजन होता आ रहा है। मनोकामनाओं की पूर्ति से छठ महारानी के प्रति आस्था बढ़ी है।

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भोर से शुरू हो गया पूजन-अर्चन

छट पूजा पर एक दिन पूर्व मंगलवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद महिलाएं परिजनों संग ब्रह्म मुहूर्त से ही घाटों पर पहुंचने लगी। पूजन सामग्री के साथ नदी, सरोवर, तालाब के पास बने पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री केला, नारियल, अनन्नास, सेब, नीबू, अंगूर, ईख, मौसमी आदि फलों को सूपा में रख कर भगवान सूर्य को ध्यान लगाया। पुत्र प्राप्ति, उनके दीर्घायु व मनोकामना पूर्ण के लिए दीप प्रज्जवलित आराधना किया। व्रती महिलाएं अ‌र्घ्य देने के लिए सूप लेकर सरोवरों में खड़ी हो गई। भगवान भाष्कर के उदय होने पर व्रती महिलाओं ने अ‌र्घ्य देकर सुख, समृद्धि, संतान प्राप्ति व दीघार्यु की मंगलकामना की। परिवार के सदस्यों ने भी पूजन किया। यहां आरती, धूप, अगरबत्ती आदि से जहां वातावरण सुगंधित बना रह। बच्चों ने फुल झड़ियां जलाकर आनंद उठाया। पोखरे व तालाबों पर बने घाट रोशनी से रहे गुलजार रहे।

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अनुष्ठान में सुख, समृद्धि का प्रार्थना

-आस्थावानों ने भगवान भाष्कर के उदय होने पर व्रती महिलाओं ने अ‌र्घ्य देकर सुख, समृद्धि, संतान प्राप्ति व उनके दीघार्यु की मंगलकामना की। महिलाओं ने छठ मैया से प्रार्थना कर अनुष्ठान पूर्ण किया। छठ मइया के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा। कई महिलाओं ने विधि-विधान पूर्वक व्रत के छह, 12 व 20, 25 या इससे अधिक वर्ष पूरे होने पर अनुष्ठान की पूर्णाहुति कर पारन किया। पूजा स्थल पर प्रसाद बांटकर घर आने पर वह स्वयं अपने हाथों से घर के लोगों व पास-पड़ोस में प्रसाद का वितरण किया।

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सेल्फी भी खूब

-शहर में शुगर मिल, पक्का पोखरा, गोला बाजार, समय माता जी स्टेशनपुरवा आदि स्थानों के साथ जनपद के विभिन्न स्थानों पर घाटों व तालाबों पर महिलाओं ने भारी तादाद में पूजा किया। यहां पूजन करने आने वाले आस्थावानों खूब सेल्फी ली।

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