सुरेंद्र ने खेती-किसानी से लिखी तरक्की की कहानी

पराली जलाते नहींजैविक खाद के रूप में करते हैं उपयोग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:27 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:27 PM (IST)
सुरेंद्र ने खेती-किसानी से लिखी तरक्की की कहानी
सुरेंद्र ने खेती-किसानी से लिखी तरक्की की कहानी

संतकबीर नगर : सेमरियावां ब्लाक के उमिला गांव के प्रगतिशील किसान सुरेंद्र राय खेती-किसानी से तरक्की की कहानी लिख रहे हैं। वह खेती में प्रयोग के लिए जाने जाते हैं। परंपरागत के साथ ही व्यावसायिक खेती कर जिले के किसानों के लिए रोल माडल बन चुके हैं। वह पराली जलाते नहीं है अपितु इसका उपयोग जैविक खाद के रूप में करते हैं।

खेती में बेहतर प्रयोग के लिए उन्हें लखनऊ, गोरखपुर, अयोध्या, बस्ती समेत अन्य जगहों पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, उद्यान, कृषि विपणन मंत्री श्रीराम चौहान, नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमार गंज-अयोध्या के कुलपति बिजेंद्र सिंह व निदेशक प्रसार एपी राव भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। यह भी मिले सम्मान

जनपद स्तर पर गेहूं उत्पादन में प्रथम आने पर तत्कालीन डीएम डा. सरोज कुमार ने 23 दिसंबर 2015 को प्रशस्ति पत्र के साथ सात हजार रुपये का चेक देकर किया सम्मानित

-जनपद स्तर पर धान उत्पादन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर तत्कालीन डीएम मार्कण्डेय शाही ने 23 दिसंबर 2017 को प्रशस्ति पत्र के साथ सात हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया

- जनपद स्तर पर पशुपालन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर तत्कालीन डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने 23 दिसंबर 2018 को प्रशस्ति पत्र के साथ चेक देकर सम्मानित किया

-जनपद स्तर पर संकर धान के उत्पादन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर तत्कालीन डीएम रवीश गुप्त ने 23 दिसंबर 2019 को प्रशस्ति पत्र दिया -यूरोप के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डा. कमल टावरी ने धनघटा के बड़गों में सूबे के उद्यान, कृषि, विपणन राज्य मंत्री श्रीराम चौहान की मौजूदगी में 28 दिसंबर 2019 को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया

-नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमार गंज-अयोध्या के कुलपति बिजेंद्र सिंह व निदेशक प्रसार एपी राव ने 20 दिसंबर 2020 को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया

-जनपद स्तर पर संकर फूलगोभी के उत्पादन में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर तत्कालीन डीएम ने 23 दिसंबर 2020 को प्रशस्ति पत्र दिया मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होने के बाद बढ़ा हौसला

खेती में बेहतर प्रयोग करके अच्छा मुनाफा कमाने और किसानों को खेती के प्रति प्रेरित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज-अयोध्या में 20 दिसंबर 2020 को सुरेंद्र राय को प्रशस्ति पत्र देकर और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया था। इसके साथ ही प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गोरखपुर जिले में सर्किट हाउस में वर्ष 2017 में प्रशस्ति पत्र दिया था। मंत्री ने लखनऊ में राज्य स्तरीय गोष्ठी में वर्ष 2018 में हंसिया, कुदाल के अलावा प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया था। वर्ष 2019 में मंत्री ने कृषि विज्ञान केंद्र-बंजरिया, बस्ती में प्रशस्ति दिया था। इस प्रकार की धान की खेती

सुरेंद्र राय ने वर्तमान में 14 एकड़ में धान की खेती की है। उन्होंने बताया कि रोपाई के जगह धान की सीधी बोआई की है। ढैंचा से हरी खाद बनाने के बाद उन्होंने धान की खेती की है। वह गेहूं की फसल के अवशेष को खेत में जलाते नहीं हैं बल्कि उसे खेत में जोताई कर मिला देते हैं। वह अपने खेतों में रासायनिक खाद कम और जैविक खाद का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इस विधि से खेती करने पर तीन हजार रुपये प्रति एकड़ लागत पड़ती है। 25 से 32 क्विटल प्रति एकड़ धान का उत्पादन होता है। उनके पास खेती-किसानी करने के लिए ट्रैक्टर, हैप्पी सीडर, ड्रम सीडर, सुपर सीडर, रेसीबुल एमबी प्लाऊ, राइस ट्रांस प्लांटर, कल्टीवेटर, रोटावेटर, मल्चर, ट्रैक्टर चालित स्प्रे मशीन आदि है।

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