कहीं लटका है ताला तो कहीं दरक गई दीवार

बेलहर में अनियमितता के शिकार हुए सामुदायिक शौचालय

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 04:58 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:00 PM (IST)
कहीं लटका है ताला तो कहीं दरक गई दीवार
कहीं लटका है ताला तो कहीं दरक गई दीवार

संतकबीर नगर : बेलहर ब्लाक में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में बनने वाले सामुदायिक शौचालय अनियमितता के शिकार होकर रह गए हैं। कहीं आधे-अधूरे शौचालय पर ताला लटक रहा है तो कहीं शौचालय की दीवार दरक गई है। कुछ जगहों पर अभी तक गड्ढे का निर्माण ही नहीं हो सका है। गांवों में पूर्व में रहे ग्राम प्रधानों द्वारा शौचालयों को जल्दबाजी में आधा अधूरा तैयार कराकर पूरा पैसा निकाल लिया, लेकिन शौचालय आज भी अपूर्ण हैं।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के तहत गांव-गांव में बने सामुदायिक शौचालय कई जगहों पर सफेद हाथी बनकर रह गए हैं। जिम्मेदारों ने सिर्फ कोटा पूरा किया। योजना के तहत मिले धन का बंदरबांट हुआ। ग्राम पंचायत अवराहिया-मझरिया में शौचालय का भवन तो बना दिया लेकिन उसके गड्ढे का निर्माण नहीं हुआ। अब यहां की दीवार दरक रही है। बालेपार में निर्माण कार्य अधूरा है, जबकि वहां पूरा पैसा निकाल लिया गया है। कन्हारापार में शौचालय निर्माण का पूरा पैसा निकल गया लेकिन काम अभी भी अधूरा है। भगौसा में सामुदायिक शौचालय तो बना है लेकिन टोटी नहीं लगाई गई। शौचालय भवन की रंगाई-पुताई के साथ ही खूब स्लोगन भी लिखे गए हैं। लेकिन आज तक इसका कोई उपयोग नहीं हो पाया है। कुछ जगहों पर शौचालय पर कुछ लोगों ने कब्जा जमा लिया है। मीरापुर और बरैनिया ग्राम पंचायत में भी शौचालय अधूरे हैं। कुड़ीमनमन में सामुदायिक शौचालय में ताला लटका है। इस तरह सामुदायिक शौचालयों के अनियमितता के तमाम उदाहरण हैं, इसके बावजूद जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। सामुदायिक शौचालयों की लगातार समीक्षा हो रही है। कुछ जगहों पर अभी भी शौचालय अधूरे हैं तो कुछ के निर्माण में अनियमितता की शिकायत है। जिला स्तर से ब्लाक के कुछ ग्राम पंचायतों में जांच भी हो रही है। जिम्मेदारों से अधूरा काम पूरा करने का निर्देश है। योजना में जो भी अनियमितता किया होगा उससे वसूली के साथ उस पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।

सौरभ पांडेय, बीडीओ बेलहर

chat bot
आपका साथी