मगहर में छत्तीसगढ़ से आई सात टन लिक्विड आक्सीजन, राहत
संतकबीर नगर नगर पंचायत मगहर स्थित मयूर गैस प्लांट में गुरुवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सात टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन (एलएमओ) आई। इसे यहां पर स्टाक कर दिया गया। इस प्लांट पर प्रतिदिन औसतन पांच से सात टन एलएमओ टैंकर के जरिए पहुंच रहा है।
संतकबीर नगर: नगर पंचायत मगहर स्थित मयूर गैस प्लांट में गुरुवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सात टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन (एलएमओ) आई। इसे यहां पर स्टाक कर दिया गया। इस प्लांट पर प्रतिदिन औसतन पांच से सात टन एलएमओ टैंकर के जरिए पहुंच रहा है। इससे यहां पर आक्सीजन का उत्पादन नियमित रूप से हो रहा है।
मयूर गैस प्लांट में आक्सीजन तैयार करने के लिए दो प्रकार के प्लांट लगे हैं। एक एयर सेपरेटर यूनिट (एएसयू) यानी हवा से आक्सीजन तैयार करने वाली इकाई है। वहीं दूसरी लिक्विड मेडिकल आक्सीजन (एलएमओ) इकाई है। एलएमओ से चार गुना तेजी से सिलेंडर में आक्सीजन भरी जाती है। विशेषकर दुर्गापुर-बोकारो, राउरकेला, रायपुर-छत्तीसगढ़, आंबेडकर नगर के टांडा आदि जगहों से एलएमओ इस गैस प्लांट में आती है। इधर कुछ दिनों से इस प्लांट को टैंकर के जरिए एलएमओ प्राप्त हो रही है।
एडीएम मनोज कुमार सिंह ने कहा कि एलएमओ की कोई कमी नहीं है। आक्सीजन का उत्पादन नियमित रूप से हो रहा है। यहां से बस्ती मंडल के बस्ती, संतकबीर नगर व सिद्धार्थनगर जनपद को रोजाना आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। आक्सीजन आने से अब मरीजों को मांग के अनुसार आक्सीजन उपलब्ध होने लगी है। इससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। घर में इलाज करा रहे मरीजों को भी प्रशासन आक्सीजन की आपूर्ति कराने लगा है।
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हाईलाइटर
जिले को प्रतिदिन मिल रहा है पांच से सात टन एलएमओ
मगहर के मयूर गैस प्लांट में किया जाता है आक्सीजन का उत्पादन
बस्ती मंडल के तीनों जिलों को यहां से की की जाती है आक्सीजन की आपूर्ति