11 स्वास्थ्य केंद्रों पर 3399 को लगी दूसरी डोज

यहां पर टीका लगवाने के लिए महिला व पुरुष देर शाम तक कतार में खड़े रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 12:10 AM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 12:10 AM (IST)
11 स्वास्थ्य केंद्रों पर 3399 को लगी दूसरी डोज
11 स्वास्थ्य केंद्रों पर 3399 को लगी दूसरी डोज

संतकबीर नगर : जनपद के 11 अस्पतालों में शनिवार को 3399 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगा। सभी को दूसरी डोज लगाई गई। यहां पर टीका लगवाने के लिए महिला व पुरुष देर शाम तक कतार में खड़े रहे। टीका लगवाने के बाद विशेषकर युवाओं के चेहरे पर मुस्कान दिखी। सबसे अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खलीलाबाद में 644 लोगों को टीके लगे। कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन कराने में स्वास्थ्य कर्मी मुस्तैद रहे।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एस रहमान ने बताया कि 18 साल से 44 वर्ष के आयु में 160 लोगों को कोवैक्सीन व 1542 को कोविशील्ड की दूसरा डोज दी गई। जबकि 45 से 60 साल के बीच के 1078 कोविशील्ड का दूसरा टीका लगा। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खलीलाबाद में 644, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पौली में 220, सीएचसी नाथनगर में 330, सीएचसी सांथा में 180, सीएचसी सेमरियावां में 270, सीएचसी मेंहदावल में 560, सीएचसी हैंसर बाजार में 425, पीएचसी बेलहरकला में 200,

पीएचसी बघौली में 330, जिला चिकित्सालय-महिला स्पेशल में 60, जिला चिकित्सालय के अभिभावक स्पेशल केंद्र पर 180 लोगों के साथ कुल 3399 को दूसरी डोज दी गई। बुखार पीड़ित बच्चों से भर गया है वार्ड

संतकबीर नगर : बारिश के थमते ही संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। इसकी गिरफ्त में अधिकतर बच्चे आ रहे हैं। हालात यह है कि जिला अस्पताल का पीआइसीयू वार्ड के सभी बेड बुखार, निमोनिया से पीड़ित बच्चों से भर चुके हैं। हालात यह है कि एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती हैं। इनमें अधिकांश तेज बुखार से पीड़ित हैं। इस बीच झटके के साथ तेज बुखार से पीड़ित बच्चे भी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में बने बच्चों के साठ बेड पर करीब 125 मरीज भर्ती हैं। अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण तमाम बच्चों का इलाज निजी अस्पतालों में भी चल रहा है। बीते 29 अगस्त से चार सितंबर के बीच अस्पताल में 288 बच्चे इलाज के लिए पहुंचे हैं।

बारिश के मौसम में हर वर्ष संक्रामक बीमारियां पांव पसारती हैं। इन बीमारियों की गिरफ्त में सबसे अधिक बच्चे आ रहे हैं। जिला अस्पताल के वार्डों की पड़ताल में पाया गया कि बच्चों में संक्रामक बीमारियों के कारण एसएनसीयू,पीआइसीयू, आइसीयू में बने सभी वार्ड भर चुके हैं। अब अस्पताल प्रशासन ने पीआइसीयू वार्ड के द्वितीय तल पर भी बेड लगाने जा रहा है, जिससे बच्चों को भर्ती किया जा सके। वहीं, चिकित्सकों ने कहा है कि यह मौसम का असर है। इसमें जरा सी लापरवाही बच्चों की जिदगी पर भारी पड़ सकती है, क्योंकि इस बार का बुखार झटके के साथ आ रहा है, जो गंभीर है। अस्पताल में बच्चों को दिखाने आई विनीता, स्नेहलता, सावित्री, हमीदा और सुनीता ने बताया कि उनके बच्चे को तेज बुखार है। कुछ दिन पहले वार्ड में भर्ती किया था, जहां पर उपचार हुआ था, लेकिन दुबारा बच्चे को बुखार आ रहा है। सीएमएस डा. ओपी चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में आने वाले हर मरीजों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। जो संसाधन हैं, उसके मुताबिक इलाज हो रहा है। उन्होंने कहा कि मरीज की तुलना में बेड कम हैं, इसलिए दिक्कत हो रही है। दवा की कोई कमी नहीं है।

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