सरयू नदी का जलस्तर स्थिर पर खतरा बरकरार
नदी और बांध के बीच रहने वाले लोग कर रहे सुरक्षित ठिकानों की तलाश यहां हर वर्ष बाढ़
नदी और बांध के बीच रहने वाले लोग कर रहे सुरक्षित ठिकानों की तलाश, यहां हर वर्ष बाढ़ से होती है तबाही, कई गांवों का अस्तित्व हो चुका है खत्म
जागरण संवाददाता, हैंसर ,संतकबीर नगर: धनघटा तहसील क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर 24 घंटे से स्थिर हो गया है। बारिश का दौर रुक-रुककर जारी है। इसे लेकर नदी और बांध के बीच के गांव निवासियों को फिर से घरों के डूबने की आशंका सताने लगी है। सभी परिवार व अपने मवेशियों को बचाने के लिए अभी से सुरक्षित ठिकानों की तलाश करने लगे हैं।
रविवार को सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 60 सेंटीमीटर नीचे यानी कि 78.750 मीटर पर रहा। सुखद बात है कि बढ़त थम गई है। सोमवार को नदी की बढ़त रुकने से बाढ़ पीड़ित रहे गांव के निवासियों ने थोड़ी राहत महसूस की। यह अलग बात है कि रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी होने से इन लोगों द्वारा सुरक्षित ठिकानों की तलाश भी की जाने लगी है।
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हर बार बाढ़ झेलकर टूट चुके हैं लोग
क्षेत्र के कंचनपुर, आगापुर, ढ़ोलबजा, पटौवा, गुनवतिया आदि के निवासियों का कहना कि हर बार बाढ़ की तबाही झेलकर वह लोग टूट चुके हैं। जयचंद, अमरदीप सिंह, सूर्यनारायण, कंचन लता आदि ने कहा कि वह लोग इस बार भी अपना बोरिया बिस्तर बांध कर घर छोड़कर बंधे पर जाने की तैयारी कर चुके हैं।
तहसीलदार रत्नेश तिवारी ने बताया कि बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। नदी का जलस्तर स्थिर है। कहीं से कोई समस्या नहीं है। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन हर स्तर से तैयार है।