बारिश से सरयू में उफान, बाढ़ की आशंका से दहशत में लोग

बांध की मरम्मत का कार्य अधूरा होने से संकट में लोग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:21 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:21 PM (IST)
बारिश से सरयू में उफान, बाढ़ की आशंका से दहशत में लोग
बारिश से सरयू में उफान, बाढ़ की आशंका से दहशत में लोग

संतकबीर नगर: सरयू नदी का जलस्तर पिछले तीन दिनों से लगातार बढ़ रहा है। बांध की मरम्मत का कार्य भी अधूरा पड़ा है। इसे लेकर कुआनो और सरयू नदी के बीच स्थित दियारा क्षेत्र के निवासी बाढ़ की आशंका से दहशत में हैं।

सरयू नदी खतरे के निशान से मात्र 50 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 78.85 मीटर है जबकि खतरे का निशान 79.35 है। नदी का पानी बिड़हर घाट पर मंदिर तक पहुंच गया है। इसके साथ ही गांवों की तरफ भी नदी का पानी तेजी से बढ़ने लगा है। गायघाट, कंचनपुर, ढोलबजा, गुनवतिया, भौवापार, तुरकौलिया आदि गांव के निवासियों को पूर्व में बाढ़ से हुए तबाही का मंजर याद आने लगा है। राम प्रसाद, नंदू, अकरम आदि ने कहा कि अक्सर जुलाई-अगस्त माह में बाढ़ की दशा सामने आती है। इस बार पहले ही नदी का जलस्तर उफान पर आ गया है। सभी ने बांध के मरम्मत का कार्य भी पूरा नहीं हो पाने की बात कही। इस बारे में एसडीएम योगेश्वर सिंह का कहना है कि नदी का जलस्तर अभी लाल निशान से काफी नीचे है। बचाव की तैयारियां पूरी हैं, लोगों को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। बांध मरम्मत में सिचाई विभाग की लापरवाही सामने आई है, इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। करमैनी-बेलौली बांध पर रात्रि गश्त तेज करने का आदेश

संतकबीर नगर : मेंहदावल के कछार क्षेत्र में बहने वाली राप्ती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद बाढ़ राहत बचाव को लेकर प्रशासनिक तैयारिया तेज कर दी गई हैं। करमैनी-बेलौली बांध का जायजा लिया जा रहा है। बांध को सुरक्षित रखने एवं हर प्रकार की चुनौतियों से निपटने को लेकर तैयारी की जा रही हैं। शनिवार को उपजिलाधिकारी अजय कुमार त्रिपाठी ने बांध का जायजा लिया। यहां पर ड्रेनेज खंड विभाग के अधिकारियों से वार्ता करके रात्रि गश्त तेज करने को कहा। इसके साथ ही बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने तथा जहां भी रेनकट और रैट होल दिखाई दें। तत्काल उसको भरने का निर्देश दिया।

एसडीएम ने ड्रेनेज खंड विभाग के जिम्मेदारों से कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के साथ लगातार संवाद स्थापित करें। उन्हें जागरूक किया जाय। किसी प्रकार का कोई डर या भय लोगों में न होने पाए। बांध के आसपास निवास करने वाले ग्रामीणों से उन्होंने मुलाकात करके भी उनकी समस्याओं को जाना तथा हमेशा साथ खड़े रहने की बात कही। एसडीएम ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है। वर्तमान समय में नदी का जलस्तर 78.10 मीटर है जबकि खतरे का निशान 79. 50 मीटर है। अभी नदी खतरे से काफी नीचे बह रही है। प्रशासन पूरी तरह से हर चुनौती से निपटने के लिए सक्षम है।

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