सनातन संस्कृति का आधार है श्रीमद्भागवत कथा: आचार्य धनंजय

कलियुग में सौ वर्ष की आयु पूरी करने वाला हर व्यक्ति सौभाग्यशाली है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:32 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:32 PM (IST)
सनातन संस्कृति का आधार है श्रीमद्भागवत कथा: आचार्य धनंजय
सनातन संस्कृति का आधार है श्रीमद्भागवत कथा: आचार्य धनंजय

जागरण संवाददाता, बेलहर, संतकबीर नगर: आचार्य धनंजय ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सनातन संस्कृति का आधार है। इसमें सभी ग्रंथों का सार समाहित है। मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण जरूरी है।

आचार्य बेलहर विकास खंड के कोठवा गांव में श्रीमद्भागवत कथा सुना रहे थे। उन्होंने राजा परीक्षित और शुकदेव महराज के संवाद को सुनाया। उन्होंने कहा कि शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को बताया कि हवा, पानी सब दूषित होने लगा है। कलियुग में सौ वर्ष की आयु पूरी करने वाला हर व्यक्ति सौभाग्यशाली है। उन्होंने कहा कि पाप और पुण्य कर्म का फल जीव को अलग-अलग भोगने पड़ते हैं। किसी अच्छे कर्म से बुरे कर्म के पाप नष्ट नहीं होते हैं। पापों का नाश सिर्फ श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से होता है। सहायक कथा वाचक पवन गौतम ने धुंधकारी की कथा सुनाई। इस मौके पर शेष दत्त राय, गायत्री देवी, महेश कुमार, अमित कुमार, पप्पू राय, हरीराम राय, विजय समेत अनेक लोग मौजूद रहे। विष्णु महायज्ञ के लिए निकाली गई कलश यात्रा

जागरण संवाददाता ,संतकबीर नगर : धनघटा क्षेत्र के टेम्हा में सात दिवसीय विष्णु महायज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। इसके लिए श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा निकाली। यज्ञ स्थल पर पूजन-अर्चन के बाद कन्याओं ने सरयू नदी के बिडहर घाट तट से कलश में जल भरा।

श्रीराम जानकी मंदिर टेम्हा से निकली कलश यात्रा में शामिल 108 कन्याएं सिर पर कलश रखकर धनघटा, फत्तेपुर, नावन कर्मा होते हुए बिड़हरघाट पर पहुंची। यहां यज्ञाचार्य इंद्रदेव ने मंत्रोच्चार के साथ जल भरवाया। इसके बाद यात्रा वापस यज्ञ स्थल पहुंची। यज्ञाचार्य ने कहा कि यज्ञ करवाने से आपसी भाईचारा को बढ़ावा मिलता है। इस मौके पर आयोजक मंगल दास, यजमान रामकरन मौर्या, अखिलेश पाठक, ओपी यादव, कैलाश मिश्रा, जनार्दन मौर्या, विनोद यादव ,राजपति चौधरी, पप्पू चौधरी, हनुमान यादव आदि मौजूद रहे।

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