निशान साहब की सेवा कर गुरु को किया नमन
गुरुद्वारा से पताका लहराते और गुरुवाणी गाते निकली प्रभातफेरी
संतकबीर नगर : गुरुतेग बहादुर सिंह का स्मरण करके रविवार को गुरुद्वारा से छठवें दिन की प्रभातफेरी निकली। गुरुवाणी के साथ निशान पताका लहराकर नगर भ्रमण करके संगत गुरुद्वारा वापस पहुंची। यहां पर निशान साहेब की सेवा की गई। परंपरागत ढंग से वस्त्र बदला गया। गुरु का व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करके उन्हें नमन किया गया। सभी ने आपसी सद्भाव व भाईचारा का पालन कर गुरु के बताए सद्मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
रविवार को सुबह प्रभातफेरी में गुरु के भजन ठीकर गाया गया। बोले सो निहाल की गूंज से वातावरण गुंजायमान रहा। यह प्रभात फेरी खलीलाबाद शहर के कालेज रोड, गोला बाजार, मुखलिसपुर तिराहा, चंद्रशेखर चौक, समय माता मंदिर, श्रीरामजानकी मार्ग से वापस गुरुद्वारा पहुंची। सेवादार बलबंत कौर ने कहा कि सिख जाति, मजहब, संप्रदाय नहीं बल्कि सीख है। अहिसा व मानवता के संदेश का संवाहक है। अध्यक्ष सरदार अजीत सिंह ने कहा कि स्वयं की आहुति देकर कोटि-कोटि जनों की रक्षा करने वाले एवं अत्याचारी शासन को जड़ से उखाड़ने वाले श्रीगुरु की याद में विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। कार्यक्रम को लेकर छोटे-बड़े सभी में उत्साह है। इस अवसर पर प्रीतपाल सिंह, जसवीर सिंह, परमजीत सिंह, सतविदर पाल सिंह जज्जी, सरदार हरभजन सिंह, सरदार जोगिदर सिंह, शैंकी सिंह, राजपाल सिंह, आंशु सिंह, भूपेंद्र पाल सिंह, गुरुभेज, रतिद्र सिंह, मनजीत सिंह, रवींद्र पाल टोनी, दलजीत सिंह, हरविदर सिंह, रवनीत सिंह, जसविदर सिंह, परविदर सिंह, मंजीत सिंह, बलवंत कौर, परमजीत कौर, मनजीत कौर, सरनजीत कौर, जोगिद, नीलम, गुंजा कौर, गुरुविदर कौर, राजिदर, रसमीत कौर, सीमा, रीतू समेत अनेक लोग मौजूद रहे। आज होंगे बच्चों के कार्यक्रम
खलीलाबाद शहर के गुरुसिंह सभागार में तीन दिवसीय शहीदी पर्व सोमवार से प्रारंभ होगा। प्रथम दिन सुबह सात बजे श्रीअखंड पाठ आरंभ होगा। नौ बजे से कीर्तन, शाम सात बजे से नौ बजे तक बच्चों के साहसिक करतब व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके पश्चात लंगर छका जाएगा। सात दिसंबर को ख्याति प्राप्त कथाकारों द्वारा कवि दरबार, कीर्तन, गुरु का लंगर, भजन-कीर्तन होगा। आठ दिसंबर को सुबह नौ बजे से अखंड पाठ की समाप्ति, कथा व्याख्या फिर दोपहर में लंगर में प्रसाद वितरण होगा। दोपहर के तीन बजे से खलीलाबाद शुगर मिल मिल चौराहा से शोभायात्रा निकलेगी। तलवार बाजी व बच्चों के साहसिक कार्यक्रम आकर्षण के केंद्र होंगे।