संतकबीर नगर में सड़कें बदहाल, पैदल चलना भी मुश्किल

सेमरियावां ब्लाक में चिउटना चौराहे से निकला मार्ग ग्राम पंचायत पचदेउरा होते हुए रजगनपुर प्रसादपुर होते हुए बीएमसीटी मार्ग के चोरहा पर मिलता है। इसकी दूरी लगभग तीन किमी है। इस मार्ग पर जगह-जगह गिट्टी उखड़ी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 09:56 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 09:56 PM (IST)
संतकबीर नगर में सड़कें बदहाल, पैदल चलना भी मुश्किल
संतकबीर नगर में सड़कें बदहाल, पैदल चलना भी मुश्किल

संतकबीर नगर: नाथनगर ब्लाक का पिड़िया-गोरयाघाट मार्ग की हालत कई माह से खराब है। कई बार प्रदर्शन के बाद भी क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। इससे पैदल चलने में भी दिक्कत हो रही है।

सेमरियावां ब्लाक में चिउटना चौराहे से निकला मार्ग ग्राम पंचायत पचदेउरा होते हुए रजगनपुर, प्रसादपुर होते हुए बीएमसीटी मार्ग के चोरहा पर मिलता है। इसकी दूरी लगभग तीन किमी है। इस मार्ग पर जगह-जगह गिट्टी उखड़ी हुई है। इससे मिट्टी ही दिखाई देता है। वहीं कुछ दूर आगे की सड़क जगह-जगह टूट कर गड्ढे में तब्दील है। जबकि इस मार्ग से लोग रोजाना ब्लाक मुख्यालय, सीएचसी सेमरियावां, जनपद मुख्यालय सहित अन्य जगह का सफर करते हैं। इस पर पैदल चलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। गांव के नवनिर्वाचित प्रधान संदीप कुमार, पूर्व प्रधान राकेश कुमार, राम लल्लू, जफीर अहमद तथा अब्दुल्लाह ने बताया कि इस संपर्क मार्ग का निर्माण लगभग एक दशक पूर्व हुआ था। बनने के कुछ ही दिन में सड़क की गिट्टी उखड़ने लगी। कई बार प्रदर्शन करने के बाद भी मरम्मत नहीं कराया गया। वहीं नाथनगर ब्लाक पिड़िया-बेलहरा-गोरयाघाट को जोड़ने वाली सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया गया है। बड़ी गिट्टियों के बिछाए जाने वाहन चलाते हुए जाना मुश्किल है। लोग पैदल आते-जाते हैं। राहगीर छोटेलाल, कोमल यादव, भवनाथ कुमार, संतोष जायसवाल, अर्जुन यादव आदि ने बताया कि बड़ी गिट्टी बिछाने के बाद उस पर मिट्टी नहीं डाला गया। इससे दिक्कत हो रही है। इस मार्ग से गुजरते समय राहगीर जख्मी हो जा रहे है। इसकी शिकायत कई बार की गई लेकिन कोई पहल नहीं हुई। भुअरिया-पायलपर मार्ग जर्जर, हो रही हैं दुर्घटनाएं

नौ किमी लंबी भुअरिया-पायलपार मार्ग बनने के बाद ही इसकी गिट्टियां उखड़ने लगी हैं। सड़क पर कई जगह गड्ढे बने हुए हैं। भुअरिया गांव के निवासी मुकेश ने कहा कि सड़क अभी कुछ ही महीने पहले बनी है। सड़क एक तरफ बनती जा रही थी और दूसरी तरफ उखड़ती जा रही थी। थवईपार गांव के निवासी विनोद कुमार ने कहा कि सड़क को देखने से यह प्रतीत होता है कि इसके निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई है। इस सड़क पर दिन भर में दर्जनों ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं। कांटे-उमिला मार्ग को मरम्मत का इंतजार

कांटे से उमिला, इनायतपुर होते हुए पचपोखरी को हाईवे से जोड़ने वाले मार्ग की दशा खराब है। कई वर्षों से हाईवे और उमिला गांव के बीच करीब दो किमी दूरी तक सड़क क्षतिग्रस्त है। तारकोल और छाई गायब है। कदम-कदम पर गड्ढे हैं। इस सड़क पर साइकिल चलाना भी मुश्किल है। लोगों ने कहा कि यदि बरसात से पूर्व सड़क का मरम्मत और जल निकासी का प्रबंध नहीं किया गया तो इस मार्ग पर आवागमन करना और भी कठिन हो सकता है।

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