पिछड़े क्षेत्र में पं. सूर्यनारायण ने जगाई शिक्षा की अलख

गरीबों और महिलाओं में किया गया वस्त्र वितरण

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 11:42 PM (IST)
पिछड़े क्षेत्र में पं. सूर्यनारायण ने जगाई शिक्षा की अलख
पिछड़े क्षेत्र में पं. सूर्यनारायण ने जगाई शिक्षा की अलख

संतकबीर नगर : नाथनगर ब्लाक के भिटहा गांव में पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी की तीसरी पुण्यतिथि उनके पैतृक निवास पर मनाई गई। विभिन्न दलों के नेताओं के अलावा क्षेत्र के तमाम लोगों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर महिलाओं व गरीबों में वस्त्र वितरित किया गया।

खलीलाबाद के विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे ने कहा कि पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी का पूरा जीवन शिक्षा के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने का कार्य किया। अपने शैक्षणिक संस्थानों में उन्होंने गरीब परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधा दिलाने का कार्य किया। पूरा परिवार उनके बताए रास्ते पर चलकर शिक्षा के प्रसार में लगा हुआ है। वह हमेशा गरीबों की मदद करते रहते थे। भले ही आज वह हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके विचार आज भी जिदा हैं। डा. उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि आज जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों की हजारों बेटियां उच्च शिक्षा प्राप्त कर सफलता की इबारत लिख रही हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में आए महिलाओं और गरीबों को अपने छोटे भाई राकेश चतुर्वेदी के साथ मिलकर वस्त्र प्रदान किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष बलराम यादव, जनार्दन चतुर्वेदी, सपा नेता जयराम पांडेय, सेमरियावां के पूर्व ब्लाक प्रमुख मुमताज अहमद, रविनेश श्रीवास्तव, शरद तिवारी,दिवाकर उपाध्याय बिट्टू, धीरज पांडेय, निहाल चंद्र पांडेय, अजय कुमार शर्मा, राम अशीष उपाध्याय, गुड्डू उपाध्याय के अलावा तमाम लोग मौजूद रहे। स्थिति में सुधार न होने पर प्रधानों के खिलाफ करेंगे आंदोलन

संतकबीर नगर: धनघटा तहसील क्षेत्र के पुरानी बाग में रविवार को रसोइयां संगठन की बैठक हुई। इसमें नवनिर्वाचित प्रधानों की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया गया। स्थिति में सुधार न होने पर प्रधानों के खिलाफ आंदोलन करने के लिए रणनीति बनाई गई।

रसोइयां संगठन के जिलाध्यक्ष रामचरण गौड़ ने कहा कि नवनिर्वाचित प्रधान रसोइयों को विद्यालय से निकाल देने की बार-बार धमकी देते हैं। इससे रसोइयों को ठेस पहुंचती हैं। रसोइया समय से बच्चों के लिए भोजन बनाती हैं। इसके बाद भी ये प्रधानों के शोषण का शिकार होती हैं। रसोइयों का नियमितिकरण समाप्त कर दिया गया है। अब उनकी नियुक्ति भी बंद कर दी गई है। यदि किसी भी रसोइए को विद्यालय से निकाला गया। संगठन उसे बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रधानों के खिलाफ आंदोलन करने के लिए विवश होगा। इस बैठक में पौली के ब्लाक अध्यक्ष छांगुर प्रसाद गौड़, हैंसर के ब्लाक अध्यक्ष परमात्मा राय, नाथनगर के ब्लाक अध्यक्ष लालचंद्र, उषा देवी, सुधा देवी, आरती देवी, नीलम देवी, रामपति देवी, ईश्वर, आरती,सोनमती, करिश्मा देवी, नूरजहां आदि मौजूद रहे।

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