यूनीफार्म की धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजने की तैयारी

राज्य परियोजना कार्यालय से वर्चुअल कार्यशाला में शामिल होकर अधिकारियों ने ली जानकारी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 06:44 PM (IST)
यूनीफार्म की धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजने की तैयारी
यूनीफार्म की धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजने की तैयारी

संतकबीर नगर: बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में नामांकित बच्चों के यूनीफार्म की धनराशि अभिभावकों के खाते में दी जाएगी। मुफ्त ड्रेस इस बार पुरानी छात्र संख्या को आधार न बनाकर वर्तमान में पंजीकृत सभी बच्चों को योजना का लाभ दिया जाएगा। दिशा-निर्देश मिलते ही इसकी तैयारी शुरू हो गई है। शुक्रवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा/ राज्य परियोजना कार्यालय में गठित सेल से वर्चुअल प्रशिक्षण भी दिया गया। डायरेक्ट बेनीफीट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत खातों का सत्यापन व धनराशि भेजने की जानकारी दी गई।

प्रेरणा पोर्टल पर उपलब्ध छात्र-छात्राओं के माता-पिता के शैक्षिक सत्र-2021-22 के प्रामाणिक डाटा का डीबीटी माड्यूल के माध्यम से खातों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रेरणा पोर्टल पर उपलब्ध विद्यार्थियों के अभिभावकों के बैंक खातों का पीएफएमएस पोर्टल से सत्यापन कराएंगे। सभी खंड शिक्षा अधिकारी से विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या अपडेट करने का निर्देश दिया गया। बीएसए कार्यालय में जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता शैलेंद्र कुमार, जिला समन्वयक बजरंगी लाल, शैक्षिक सूचना प्रणाली के प्रभारी शिव प्रसाद चौधरी प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रतिभाग किया। बीएसए, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी, जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन धीरेंद्र प्रताप चंद्र, जिला समन्वयक प्रशिक्षण नवीन कुमार दूबे आदि भी आनलाइन जुड़े। 1.61 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ

जिले में सितंबर 2020 की छात्र संख्या 141631 थी। वर्तमान सत्र में करीब 161000 से अधिक होने का अनुमान है। एक बच्चे को दो सेट में ड्रेस मिलता है। इस बार विद्यालय ड्रेस, जूता-मोजा, बैग सभी के पैसे अभिभावकों के खाते में सीधे स्थानांतरित किए जाएंगे। इसके लिए विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की खाता संख्या के साथ सूची तैयार की जा रही है। अब ड्रेस को लेकर प्रधानाध्यापक भी राहत में हैं। गुणवत्तापूर्ण ड्रेस को लेकर अक्सर प्रश्नचिह्न खड़ा होता रहा है। योजना को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से शासन ने बच्चों के अभिभावकों के खाते में इस सत्र से धनराशि प्रेषित करने का निर्णय लिया है। शीघ्र ही बच्चों की वर्तमान संख्या व उनके अभिभावक का खाता सत्यापित कर लिया जाएगा।

सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए

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