पीएम की पहल ने अंधेरे जीवन में खुशियों की रोशनी भर दी

प्रधानमंत्री आवास की चाबी मिली वैसे ही इनके चेहरे पर मुस्कान के भाव दिखे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 11:43 PM (IST)
पीएम की पहल ने अंधेरे जीवन में खुशियों की रोशनी भर दी
पीएम की पहल ने अंधेरे जीवन में खुशियों की रोशनी भर दी

संतकबीर नगर: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना ने कई गरीब परिवारों के अंधेरे जीवन में खुशियों की रोशनी भर दी। मेहनत-मजदूरी करके अपना व परिवार के सदस्यों के दो वक्त की रोटी की व्यवस्था करने वाले गरीबों ने पक्के मकान का ख्वाब देखा था लेकिन यह ख्वाब पूरा हो जाएगा। इसकी उन्होंने कल्पना नहीं की थी। मंगलवार को जैसे ही इन्हें प्रधानमंत्री आवास की चाबी मिली, वैसे ही इनके चेहरे पर मुस्कान के भाव दिखे। इनकी जुबां से यही शब्द निकले कि यह योजना गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। जानिए, किसने-क्या कहा..। वह वक्त याद है, जब हम टपकते छप्पर के घर में पूरी रात जगकर बिताए।

नगरपालिका परिषद खलीलाबाद के मड़या मोहल्ला निवासी चंपा देवी पत्नी रामहित ने कहा कि पति शहर में विभिन्न जगहों पर मजदूरी करते हैं। वह भी यही कार्य करती है। लंबे समय से वह परिवार के साथ छप्पर के घर में रहती थी। बारिश में छत से पानी टपकता था। इससे चारपाई, बिस्तर, अनाज सहित अन्य सामान सुरक्षित रखने के लिए परेशानी होती थी। कई बार तेज आंधी और बारिश में ऐसी नौबत आई कि छत से पानी टपकने की वजह से वह, उनके पति और बच्चे पूरी रात जगना पड़ा। गरीबी के चलते पक्का मकान उनके परिवार के लिए ख्वाब जैसा था। अब उनके पास प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत पक्का मकान है। मंगलवार को उन्हें मकान की चाबी मिली। इस गरीब परिवार को छप्पर के घर से पक्का मकान में पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री को कोटि-कोटि धन्यवाद देती हैं।

माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वह स्वयं पक्का मकान बनवा सकें

नगरपालिका परिषद खलीलाबाद के मोहल्ला मड़या खास मोहल्ला निवासी आशा देवी पत्नी संजीव कुमार ने कहा कि उनके पास पुराना पक्का मकान है। वह जर्जर हो चुका है। इसके कभी भी गिरने की संभावना थी। आंधी के साथ बारिश होने पर बच्चों व परिवार के सदस्यों के जीवन की चिता सताती थी। घर की माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वह स्वयं के पैसे से दूसरा पक्का मकान बनवा सकें। उन्हें प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का लाभ मिला। मंगलवार को उन्हें मकान की चाबी भी मिल गई। यह क्षण उनके परिवार के लिए खुशियों भरा दिन रहा। वह इसके लिए देश के प्रधानमंत्री को धन्यवाद देती हैं। यदि यह योजना न होती और पक्का मकान न मिलता तो जर्जर भवन के चलते उनके परिवार के समक्ष कभी भी कोई संकट आ सकती थी। मजदूरी के पैसे से घर में बनता है दो वक्त भोजन,पक्का मकान ख्वाब था

नगरपालिका परिषद खलीलाबाद के मड़या मोहल्ला निवासी द्रोपदी देवी पत्नी दीनदयाल ने कहा कि उनके पति कभी गारा-माटी तो कभी कोई और कार्य करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इनकी मजदूरी से मिले पैसे से घर में दो वक्त लोगों को भोजन मिलता है। काम मिलने पर वह भी मजदूरी कर लेती हैं। उनके पास पहले पक्का मकान था लेकिन यह जर्जर हो चुका है। आंधी और बारिश में छत से पानी टपकता था। बिस्तर, कपड़े सहित अन्य सामान गीले हो जाते थे। गरीबी के चलते वह और उनका परिवार यह दर्द हर साल सहते रहे। वे स्वयं के पैसे से दूसरा पक्का मकान बनवाने की स्थिति में नहीं थे। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना उनके जैसे गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्हें पीएम आवास की चाबी मिली। इसके लिए प्रधानमंत्री को कोटि-कोटि बधाई।

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