फार्मासिस्टों ने दिया धरना, आज से काली पट्टी बांध जताएंगे विरोध

20 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले दिन किया सांकेतिक प्रदर्शन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 10:55 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 10:55 PM (IST)
फार्मासिस्टों ने दिया धरना, आज से काली पट्टी बांध जताएंगे विरोध
फार्मासिस्टों ने दिया धरना, आज से काली पट्टी बांध जताएंगे विरोध

संतकबीर नगर: डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों ने शनिवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय धरना शुरू किया। 20 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले दिन सुबह से शाम तक सांकेतिक प्रदर्शन किया। रविवार से काला पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।

संगठन के अध्यक्ष अजय चौधरी ने कहा कि फार्मासिस्ट संवर्ग में अराजपत्रिक पदों पर कार्यरत फार्मासिस्टों को पद योग्यता व कार्यदायित्व के अनुरूप अन्य समकक्षीय की भांति वेतनमान दिया जाना चाहिए। एलोपैथिक चिकित्सकों की अनुपस्थिति में फार्मासिस्टों को प्रदान किया जाने वाला प्रभार भत्ता 75 रुपये के स्थान पर 750 रुपये प्रतिमाह निर्धारित किया जाए। विशेष कार्याधिकारी फार्मेसी का पद नाम बदलकर सहायक निदेशक फार्मेसी किया जाए। साथ ही प्राथमिक उपचार के साथ कुछ सीमित उपचार हेतु औषधियों को नुस्खा लिखने का अधिकार देकर राजपत्रित अधिकारी का दर्जा दिया जाय। मंत्री नित्यानंद त्रिपाठी ने कहा कि 16 दिसंबर तक हर दिन काली पट्टी बांधकर दो घंटे कार्य बहिष्कार करने के साथ ही 17 से 19 को आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी कार्य ठप रखे जाएंगे। मांगे पूरी न होने पर 20 से कामकाज पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा। मौके पर अतहर इनाम, फैज हमद, अखिलेश चौधरी, सत्यप्रकाश ठकुराई आदि मौजूद रहे। गंदगी पर भड़के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

संतकबीर नगर: बेलहर विकास खंड के ग्राम जंगल दशहर में गंदगी की भरमार है। गांव में सफाई कर्मियों की तैनाती होने के बाद भी सफाई कार्य नहीं हो पा रहा है। इसे लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध जताने के साथ ही एडीओ पंचायत से टीम लगाकर सफाई करवाने की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान जंगल दशहर के टोला नटेलवा निवासी इसरावती, शौकत अली, राम दरश, किसलावती आदि ने कहा कि गांव की नालियां बजबजा रही हैं। सार्वजनिक स्थलों पर कूड़े का अंबार लगा है। ब्लाक पर सूचना देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सभी ने सफाई कर्मियों के नदारद रहने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में सफाई कर्मचारी कभी आते नहीं है। प्रधान से शिकायत करने पर वह बताते हैं कि सफाई कर्मी उनकी नहीं सुनता है। ब्लाक के अधिकारियों से भी उसके बारे में सूचना है, लेकिन कोई कुछ नहीं कह रहा। ग्रामीणों ने एडीओ पंचायत से सफाई कर्मियों की टीम लगाकर गांव में सफाई करवाने की मांग की।

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