चार अस्पतालों से बगैर टीका लगाए निराश घर लौटे लोग
सेमरियावां मेंहदावल हैंसर व यूपीएचसी में नहीं थे टीके
संतकबीर नगर: जनपद के सेमरियावां, मेंहदावल, हैंसर व यूपीएचसी में गुरुवार को टीका नहीं था। इसकी वजह से इन अस्पतालों से लोग बगैर टीका लगाए निराश घर लौटने को विवश हुए। ऐसी स्थिति इसके पूर्व भी आ चुकी है। जिले में सिर्फ छह सरकारी अस्पतालों में 1207 लोगों को कोरोना से बचाव के टीके लगे। इन अस्पतालों में टीका लगवाने के लिए लोग शारीरिक दूरी बनाकर बैठे हुए थे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सेमरियावां व मेंहदावल तथा अर्बन पीएचसी में गुरुवार को टीका लगाने के लिए सुबह 10 बजे से लोग आने लगे। यहां पर कोरोना से बचाव के टीके न होने की वजह से स्टाफ नर्स इन्हें घर वापस भेजते रहे। सीएचसी हैंसर बाजार में भी यही स्थिति रही। यहां पर टीका लगवाने के लिए आए जगदीशपुर गांव के संचित, औराडांड़ गांव के सुमिरन, जिगना गांव के जगरोपन, खर्रा गांव के अरविद सिंह आदि लोगों ने कहा कि दो दिन पूर्व इस अस्पताल में टीका लगवाने के लिए कतार में खड़े हुए थे, लेकिन टीका खत्म हो जाने की वजह से नहीं लग पाया था। गुरुवार को आने पर पता चला कि टीका नहीं है। इसलिए उन्हें निराश घर वापस जाना पड़ रहा है। सीएचसी के अधीक्षक डा. यासिर खान ने कहा कि जल्द ही टीका मिल जाने की संभावना है। इसके मिलते ही लोगों को टीका लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। टीके की उपलब्धता कम होने की वजह से 1500 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। इसकी तुलना में जिला अस्पताल समेत छह सरकारी अस्पतालों में 1207 लोगों को टीके लगाए गए। इसमें 18 साल से 44 साल के बीच के 777 लोगों को टीके लगे। जबकि 45 से 60 साल के बीच के 251 लोगों को पहला व 92 लोगों को दूसरा डोज लगा। वहीं 60 साल से ऊपर के 55 लोगों को पहला व 32 लोगों को दूसरा डोज लगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एस रहमान ने कहा कि कोरोनारोधी टीके की कमी की वजह से यह स्थिति आई। उम्मीद है कि जल्द जरूरत की तुलना में टीके इस जिले को मिल जाएंगे। कहां-कितने लोगों को लगे टीके ?
अस्पताल : लगे टीके
पीएचसी पौली : 180
सीएचसी नाथनगर : 230
सीएचसी सांथा : 240
जिला चिकित्सालय: 360
पीएचसी बेलहरकलां : 147
पीएचसी बघौली : 50
कुल योग : 1207