जिला अस्पताल की ओपीडी खुली, नाममात्र रही मरीजों की संख्या

ओपीडी आरंभ होने के पहले दिन चिकित्सक तो मौजूद रहे पर मरीजों की संख्या नाममात्र रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:58 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 09:58 PM (IST)
जिला अस्पताल की ओपीडी खुली, नाममात्र रही मरीजों की संख्या
जिला अस्पताल की ओपीडी खुली, नाममात्र रही मरीजों की संख्या

संत कबीरनगर : जिला अस्पताल जहां चिकित्सक की सलाह के लिए हर दिन लंबी कतार लगती थी। कोरोना को दौर चला तो इसे ठप कर दिया गया था। सोमवार से इसे संचालित करने का शासन स्तर से फरमान जारी हुआ। ओपीडी आरंभ होने के पहले दिन चिकित्सक तो मौजूद रहे पर मरीजों की संख्या नाममात्र रही।

मार्च माह से ही सभी अस्पतालों की आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) बंद करते हुए सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही संचालित की जा रही थीं। सामान्य रूप से बीमार लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। इसे ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार ने ओपीडी सेवा बहाल करने का निर्णय लिया। यह बात अलग है कि सूचना पाकर लोगों को राहत मिली। जिला अस्पताल का मौके पर हाल रहा कि चिकित्सक तो मौजूद रहे, उनसे परामर्श लेने के लिए आने वालों की संख्या नाममात्र रही। पर्ची काउंटर पर शारीरिक दूरी का पालन करवाने के लिए दो गज की दूरी पर गोले का निशान बनाया गया है।

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अभी लग रहा है डर

ओपीडी में डाक्टर को दिखाने आए भवानीगाड़ा निवासी रामजीत, समदहा निवासी सुरेश, बूधा की सुमित्रा आदि ने बताया कि उनकी परेशानी अधिक रही तो अस्पताल आए। यह तो अच्छा रहा कि भीड़ नहीं थी। घर से अस्पताल आने में डर लग रहा था। शायद कोरोना के भय से ही अभी लोग अस्पताल पर जाने से परहेज कर रहे हैं। जल्द सामान्य होंगे हालात

जिला अस्पताल के चिकित्सक डा. एलसी यादव, डा. एसपी सिंह, डा. सुनील कुमार व डा.रवि पांडेय ने बताया कि वह लोग ड्यूटी पर रहे। ओपीडी का पहला दिन रहा। शायद जानकारी के अभाव में कम लोग आए। जल्द ही पहले की तरह मरीज ओपीडी में आने लगेंगे। एहतियात बरतने के साथ ओपीडी हुई संचालित

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा ने बताया कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए ओपीडी सेवा संचालित की जा रही है। कोरोना से डरने की नहीं बल्कि बचाव करने की आवश्यकता है।

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