कोरोना संक्रमण के अब मात्र 39 एक्टिव केस

संतकबीर नगर जनपद में कोरोना की रफ्तार अब मंद होने लगी है। अब मात्र 39 एक्टिव केस बचे है

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:00 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:00 PM (IST)
कोरोना संक्रमण के अब मात्र 39 एक्टिव केस
कोरोना संक्रमण के अब मात्र 39 एक्टिव केस

संतकबीर नगर : जनपद में कोरोना की रफ्तार अब मंद होने लगी है। अब मात्र 39 एक्टिव केस बचे हैं। मंगलवार को 1691 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं तीन नए पाजिटिव मिले हैं। जनपद के नौ ब्लाकों में से सात में एक भी संक्रमित नहीं मिले हैं। खलीलाबाद ब्लाक में दो और हैंसर बाजार ब्लाक में एक संक्रमित मिला है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा ने बताया कि कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से घटी है। जून में अधिकतर दिनों में संक्रमितों की संख्या इकाई में ही मिल रही है। जिले में अभी तक 8138 संक्रमित मिले, जिसमें 8004 लोग ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही जिला अस्पताल में बने कोविड वार्ड में मात्र पांच लोगों का इलाज चल रहा है। गोरखपुर मेडिकल कालेज व अन्य जगहों पर सात और लखनऊ में जिले के तीन संक्रमितों की दवा हो रही है। इसके साथ ही 22 लोग अपने घरों में रहकर इलाज कर रहे हैं। जांच के लिए लखनऊ केजीएमसी भेजे गए आरटीपीसीआर जांच की 1018 लोगों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि संक्रमण दर तेजी से नीचे गिरता देख निश्चित होने की जरूरत नहीं है। सभी लोग पूर्व की तरह ही सतर्कता बरतें। मास्क जरूर लगाएं और शारीरिक दूरी का अनुपालन करें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे।

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विद्यालय खोलने के लिए अभिभावकों से लिया जाएगा सुझाव

संतकबीर नगर : कोरोना महामारी से बचाव में मार्च माह से विद्यालय बंद हैं। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा प्रोन्नति की जा रही है। अब कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यालय खोलने के लिए शिक्षक अब अभिभावकों से सुझाव लेंगे। अभिभावक व शिक्षक से मिले सुझाव पर प्रधानाचार्य अपनी सहमति देंगे। विद्यालयवार प्राप्त सुझावों को शासन को भेजा जाएगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन के सभी 280 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है। विद्यालय में बच्चों को बुलाने व पठन-पाठन के संबंध में अभिभावक व शिक्षक संघ से सुझाव लिया जाएगा, जिसे परिषद को भेजकर दिशा निर्देश के अनुपालन में कार्य किया जाएगा। पिछले सत्र में अभिभावकों की सहमति पर ही रोस्टर से कक्षावार बच्चों की पढ़ाई कराई गई। इस बार भी इसका ख्याल रखा जाएगा। खतरा टलने के बाद ही बच्चों को विद्यालय बुलाया जाएगा।

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