माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान व दान

शुक्रवार की देर रात महुली थानाक्षेत्र के ग्राम नगुआ में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान विद्याधर भारद्वाज ने यह बातें कही। कहा कि मानव को पाप व पुण्य के फल अलग-अलग भोगने पड़ते हैं। कथा का आरंभ सामाजिक कार्यकर्ता डा. उदय प्रताप चतुर्वेदी द्वारा व्यास पूजन के साथ हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:58 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:58 PM (IST)
माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान व दान
माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान व दान

संतकबीर नगर : माघ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा (माघी पूर्णिमा) पर शनिवार को आस्थावानों ने स्नान-ध्यान के साथ ही दान-पुण्य किया। लोगों ने नदियों में स्नान किया तो वहीं घर पर भी गंगा जल मिलाकर स्नान करने को प्राथमिकता दी गई। धनघटा क्षेत्र में सरयू नदी के बिड़हर घाट, चहोडा घाट, मैंदी घाट, राम बाग आदि में सुबह से स्नना करने के लिए लोग जमा हुए। इसी क्रम में मेंहदावल में राप्ती के करमैनी घाट के साथ कुआनो व आमी नदी में स्नान हुआ।

मंदिर का रास्ता खुलवाने को लेकर प्रदर्शन

महुली थाना क्षेत्र के काली जगदीशपुर स्थित मंदिर पर जाने वाले रास्ते को एक व्यक्ति द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया है। मंदिर पर पूजा पाठ करने के लिए जाने में लोगों को परेशानी हो रही है। समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को प्रदर्शन करके तहसील प्रशासन से रास्ता खुलवाने की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान गांव निवासी इशरावती, सवेरा ,सुमन ,सरिता, शकुंतला ,राजकुमारी, सुरसती, केवला ,मकरध्वज चौधरी आदि ने कहा कि गांव के पुराने मंदिर के रास्ते को एक व्यक्ति ने बाधित कर दिया है। कई बार इसे लेकर अधिकारियों से फरियाद की गई परंतु कुछ नहीं हो सका। जल्द ही रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटवाया गया तो इसे लेकर आंदोलन किया जाएगा।

मोक्ष का माध्यम है श्रीमद्भागवत कथा

श्रीमद्भागवत कथा मोक्ष प्रदान करने वाली है। आध्यात्म के मार्ग पर चलकर ही संसार के दुखों से निजात पाया जा सकता है।

शुक्रवार की देर रात महुली थानाक्षेत्र के ग्राम नगुआ में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान विद्याधर भारद्वाज ने यह बातें कही। कहा कि मानव को पाप व पुण्य के फल अलग-अलग भोगने पड़ते हैं। कथा का आरंभ सामाजिक कार्यकर्ता डा. उदय प्रताप चतुर्वेदी द्वारा व्यास पूजन के साथ हुआ। कहा कि सनातन संस्कृति की महत्ता की बखान करते हुए कहा कि दुनिया की यह अनूठी संस्कृति है। भारत की सभ्यता और संस्कृति सनातन है। इसे लेकर शोध हो रहे हैं। उन्होंने धर्म के मार्ग के अनुशरण को कल्याणकारी बताया। बलराम यादव, दानिश खान, शमसाद उर्फ गामा, अभिनंदन सिंह, रविद्र यादव, गोलू वर्मा, विक्की जायसवाल, अभिलास वर्मा समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। प्रभु की प्राप्ति के लिए मन की शुद्धता जरूरी

सेमरियावां कस्बे में चल रहे शतचंडी महायज्ञ व रामकथा के दौरान अयोध्या से आए कथावाचक पन शास्त्री ने कहा कि भगवान की प्राप्ति के लिए मन की शुद्धता जरूरी है। काम,क्रोध, मद, लोभ आदि मानव के शरीर में छिपे हुए शत्रु हें, इनसे बचने की आवश्यकता है। जब भी धरती पर धर्म की सत्ता को चुनौती मिलती है तो परमात्मा स्वयं अवतार लेते हैं। राम सागर चौधरी, दुर्गेश कुमार जायसवाल, चंदन जायसवाल, रवि जायसवाल ,पुजारी राजकुमार कन्नौजिया, अनिल मोदनवाल आदि मौजूद रहे।

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