अब बिजली की खपत जांचने उपभोक्ताओं के घर समय से पहुंचेंगे मीटर रीडर
मीटर की रीडिग समय से न होने से उपभोक्ता पैसा जमा नहीं कर पाते हैं।
संतकबीर नगर: विद्युत विभाग की नई बिलिग एजेंसी क्वेस लिमिटेड के मीटर रीडर और उनके सुपर वाइजर्स बुधवार को अधिशासी अभियंता कार्यालय-खलीलाबाद में पहुंचे। एक्सईएन ने कहा कि मीटर की रीडिग समय से न होने से उपभोक्ता पैसा जमा नहीं कर पाते हैं। सभी कर्मी अपने दायित्वों का सही से निर्वहन करें। प्रत्येक उपभोक्ता के घर समय से मीटर रीडिग करें ताकि ये बिजली बिल का पैसा समय से जमा कर सकें।
एक्सईएन आरके सिंह ने कहा कि हर मीटर रीडर के पास कम से कम एक प्रिटर और एक प्रो केबल अवश्य उपलब्ध होना चाहिए। यदि कोई रीडर उपभोक्ता के घर जाकर मीटर की रीडिग नहीं करेगा तो उसे सेवा से निकाल दिया जाएगा। उन्होंने सभी उप खंड अधिकारियों व अवर अभियंताओं को भी निर्देशित किया कि खंड के अंतर्गत टेबल बिलिग करने वाले मीटर लीडरों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। अब जीपीएस से इसकी ट्रैकिग की जा सकती है। इसलिए इसमें लापरवाही न बरती जाए। जमीन से सटकर लटक रहे हाई वोल्टेज तार, हादसे की आशंका
संतकबीर नगर : ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह जमीन से सटकर हाई वोल्टेज तार लटक रहे हैं, लेकिन विभाग इन्हें ऊपर करने को लेकर गंभीर दिखाई नहीं देता है। बेलहर विकास खंड के छितरापार गांव में हाईवोल्टेज तार महज पांच फीट के ऊपर से गुजर रहा है। बिजली के तार के करीब से गुजरने वाले ग्रामीण हमेशा भयभीत रहते हैं। लेकिन अभी तक इन्हें ऊपर करने की जहमत विभाग में नहीं उठाई।
गांव निवासी दयाराम जायसवाल, आशीष जायसवाल, फुजैल रहमानी, गुड्डू सिद्दीकी आदि लोगों ने बताया कि जमीन से सटकर गुजर रहे तारों को हटाने व बदलने के लिए बिजली विभाग से पिछले एक वर्ष से गुहार लगाई जा रही है। लेकिन आश्वासन के अलावा अभी तक जमीन पर कोई कार्ययोजना उतरती नहीं दिखाई दे रही है। लोगों ने बताया कि तार के पास से गुजरने वाले लोग काफी सहमे रहते हैं व सिर झुकाकर जैसे-तैसे निकलते हैं। उसके बावजूद अभी तक तार बदलने की कवायद शुरू नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द तार ऊपर करने व हटाने की मांग की है। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता सरोज कुमार ने बताया कि जमीन से सटकर जो तार गुजर रहे हैं उनको बदलने के लिए संबंधित अवर अभियंता को स्टीमेट बनाने का निर्देश दिया जाएगा। जल्द ही मामले की जानकारी कर समस्या दूर कराई जाएगी।