कोरोना से बचाव की तैयारी को लेकर हुआ माक ड्रिल

जिम्मेदारों ने इसे लेकर मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:24 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:24 PM (IST)
कोरोना से बचाव की तैयारी को लेकर हुआ माक ड्रिल
कोरोना से बचाव की तैयारी को लेकर हुआ माक ड्रिल

संतकबीर नगर : कोरोना से बचाव की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए शुक्रवार को जिला अस्पताल के पीडियाट्रिक इंटेंशिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) समेत जनपद के सात स्वास्थ्य केद्रों पर पूर्वाभ्यास (माक ड्रिल) हुआ। जिम्मेदारों ने इसे लेकर मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. इंद्रविजय विश्वकर्मा ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिला अस्पताल के एमसीएच विग, पीआईसीयू, सीएचसी खलीलाबाद, नाथनगर, सांथा, सेमरियावां के साथ ही हैंसर और मेंहदावल में भी माक ड्रिल हुआ। सभी स्वास्थ्य इकाइयों के पीआईसीयू में तैयारियों की पड़ताल करने के बाद सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि पूर्वाभ्यास से आगे कार्य करने में सुविधा मिलती है। सुरक्षित मातृत्व और बाल स्वास्थ्य सेवा प्रकोष्ठ (एमसीएच विग) के प्रभारी डा. वीपी पांडेय ने बताया कि जिला अस्पताल समेत जनपद के सभी अस्पतालों के पीआईसीयू वार्ड में तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां पूरी हैं। सभी तैयारी पूरी कर ली गई है । संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य आरके तिवारी ने कहा कि तीसरी लहर के आने की आशंका बहुत कम है फिर भी बचाव के लिए तैयारियां पूरी करके विभाग तैयार है। इस मौके पर डा. आरपी मौर्य, डा. मुबारक अली, डा. सुनील कुमार, डा. प्रमोद चौधरी, अर्चना, नीरज, सुनील तिवारी समेत अनेक लोग मौजूद रहे । मानसिक रोगी अस्पताल में कराएं उपचार : अधीक्षक

संतकबीर नगर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हैंसर बाजार पर शुक्रवार को मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के अंतर्गत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें मरीजों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

अधीक्षक डा. वाइए खान ने कहा कि मानसिक विकार से ग्रसित व्यक्ति को झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। कोई भी समस्या आने पर तत्काल उसका अस्पताल में उपचार करवाना चाहिए। ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक अशोक कुमार ने कहा कि कुछ लोग मानसिक रूप से बीमार होते हैं। नींद न आना, तनाव में रहना, चिता, घबराहट, काम में मन न लगना, छोटी-छोटी बातों पर जान देने की बात आना जैसी बातें इसके लक्षण हैं। ऐसे व्यक्ति मानसिक रोगी होते हैं। इस अवसर पर अमरेंद्र कुमार, सभी चिकित्सा अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही हैंसर बाजार ब्लाक के पूर्व प्रधान, बीडीसी, आशा, आशा संगिनी, एएनएम आदि उपस्थित रहे।

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