सांथा विकास खंड के ओडीएफ घोषित गांवों के शौचालय अधूरे

संतकबीर नगर सांथा ब्लाक का हर गांव कागज में दो साल पहले खुले में शौच से मुक्त(ओडीएफ)घोषित हो गया है। धरातल की सच्चाई ठीक इसके विपरित है। ऐसे कई गांवों में तमाम शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 09:47 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 09:47 PM (IST)
सांथा विकास खंड के ओडीएफ घोषित गांवों के शौचालय अधूरे
सांथा विकास खंड के ओडीएफ घोषित गांवों के शौचालय अधूरे

संतकबीर नगर : सांथा ब्लाक का हर गांव कागज में दो साल पहले खुले में शौच से मुक्त(ओडीएफ)घोषित हो गया है। धरातल की सच्चाई ठीक इसके विपरित है। ऐसे कई गांवों में तमाम शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं। लोग खुले में शौच जाने के लिए विवश हैं। इसको लेकर गांववासियों ने कई बार प्रदर्शन भी किया लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। सांथा ब्लाक के ग्राम पंचायत मोतीपुर ओडीएफ होने के बाद भी यहां के राजस्व गांव बनखोरिया में लोग खुले में शौच जाने को विवश हैं। वहीं कई लोगों के पास शौचालय की सुविधा नहीं है। कुछ लोगों के पास बना भी है तो वह चालू हालत में नहीं है। जबकि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत वर्ष 2012 में कराए गए बेसलाइन सर्वे में मिले शौचालय विहीन परिवारों को प्रति शौचालय 12 हजार रुपये दिया जाना था। इसके तहत गांव में 357 शौचालय के लिए 42 लाख 84 हजार रुपये खर्च भी किए गए। अधिकांश शौचालय सिर्फ नाम के ही रह गए। इससे सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। जिम्मेदार मौन धारण किए हुए हैं। ग्रामीणों ने शौचालय निर्माण की जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

खंड विकास अधिकारी सौरभ पांडेय ने बताया कि अभी मैं इस ब्लाक में जल्द आया हूं। इसलिए इसकी जानकारी मुझे नहीं है। संबंधित पंचायत सचिव से अधूरे शौचालय के बारे में जानकारी लेंगे। इसके बाद कमियां मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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हाईलाइटर

42.84 लाख खर्च के बाद भी नहीं चालू हुआ शौचालय

कहीं सीट तो कहीं उखड़ रही शौचालय की दीवार

खुले में शौच जाने को मजबूर ग्रामीण

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