खलीलाबाद ब्लाक का विवाद खत्म, लेखाकार ने गलती मानी

ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि समेत चार पर दर्ज हुआ था मुकदमा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 07:45 PM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 07:45 PM (IST)
खलीलाबाद ब्लाक का विवाद खत्म, लेखाकार ने गलती मानी
खलीलाबाद ब्लाक का विवाद खत्म, लेखाकार ने गलती मानी

संतकबीर नगर: चार दिनों से खलीलाबाद ब्लाक कार्यालय में चल रहे ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि व लेखाकार के बीच का विवाद शुक्रवार को खत्म हो गया। लेखाकार ने शपथपत्र देकर खुद को बंधक बनाकर पीेटने की घटना को गलत बताते हुए कुछ लोगों के बहकावे में आकर कोतवाली में तहरीर दिए जाने की बात कही।

ब्लाक कार्यालय के लेखाकार राम बेलास ने ब्लाक प्रमुख प्रमिला देवी के पति नित्यानंद समेत महेंद्र पांडेय, ग्राम प्रधान कौवाटार समेत चार के खिलाफ बंधक बनाकर पीटने की तहरीर कोतवाली में दी थी। इसे लेकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। भाजपा कार्यकर्ता इसे लेकर भड़क गए। ब्लाक प्रमुख प्रमिला देवी, पूर्व जिलाध्यक्ष रामललित चौधरी, सांसद प्रतिनिधि आनंद त्रिपाठी आदि ने गलत मामले में मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर कोतवाली के सामने धरना दिए जाने की चेतावनी दी। सियासी पारा गर्म होते ही पुलिस और प्रशासनिक अमला भी हरकत में आ गया। मामले की पड़ताल शुरू हो गई। इसी दौरान लेखाकार राम बेलास ने शपथ पत्र सहित घटना के विवेचक को पत्र दिया। पत्र में लेखाकार ने लिखा है कि उनके साथ न तो कोई मारपीट हुई थी और न ही उन्हें बंधक ही बनाया गया था। उन्होंने कुछ लोगों के बहकावे में आकर प्रमुख पति समेत उनके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज करवाया था। इसे लेकर विवाद खत्म हो गया।

भाजपा नेताओं के सक्रिय होने पर बैकफुट पर आए अधिकारी

प्रमुख पति समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद ब्लाक प्रमुख प्रमिला देवी ने बीडीओ समेत पांच लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दिया था। भाजपा नेताओं पर मुकदमा दर्ज होने के बाद यह मामला शासन तक पहुंच गया। बड़े नेताओं के साथ ही संगठन के लोग भी सक्रिय हो गए। विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे भी खुलकर प्रमुख के पक्ष में खड़े हो गए। शुक्रवार को कोतवाली घेराव की सूचना के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया। सीडीओ को मामला सही करने का जिलाधिकारी ने निर्देश दिया। सुबह से ही सीडीओ अतुल मिश्र भाजपा नेताओं को मनाने में जुट गए। जनप्रतिनिधियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का ब्लाक के अधिकारियों को निर्देश दिया। बाद में दोनों पक्ष आमने-सामने बैठे और मामला कर्मचारी के लिखित माफीनामा के बाद खत्म हो गया। लेखाकार ने शपथपत्र देकर मारपीट की घटना को गलत बताया है। अब खलीलाबाद ब्लाक कार्यालय का विवाद समाप्त हो चुका है। ब्लाक के कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह चुने हुए जनप्रतिनिधियों का हर हाल में सम्मान करें। यदि भविष्य में ऐसे कोई गलती फिर दोहराई गई तो जिम्मेदार कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें।

अतुल कुमार मिश्र, सीडीओ यदि पीड़ित ही कह रहा है कि उसके साथ कुछ नहीं हुआ हो मामला खत्म हो जाएगा। लेकिन पुलिस इसकी भी जांच करेगी कि उसने ऐसा क्यों किया। किसी निर्दोष के खिलाफ मामला दर्ज कराना भी गलत है।

डा. कौस्तुभ, पुलिस अधीक्षक

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