मइया जय अंबे गौरी से गूंजे घर व मंदिर परिसर

संत कबीर नगर चैत्र नवरात्र महापर्व पर माहौल भक्तिमय बना हुआ है। नवरात्र के पांचवें दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने स्कंदमाता की विधिविधान से आराधना की। दुर्गा सप्तशती का पाठ कर श्रद्धालुओं ने आराध्य देवी की स्तुति की। आरती उतारी और कृपा मांगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:42 PM (IST)
मइया जय अंबे गौरी से गूंजे घर व मंदिर परिसर
मइया जय अंबे गौरी से गूंजे घर व मंदिर परिसर

संत कबीर नगर : चैत्र नवरात्र महापर्व पर माहौल भक्तिमय बना हुआ है। नवरात्र के पांचवें दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने स्कंदमाता की विधिविधान से आराधना की। दुर्गा सप्तशती का पाठ कर श्रद्धालुओं ने आराध्य देवी की स्तुति की। आरती उतारी और कृपा मांगी। मइया जय अंबे गौरी के मनहर शब्दों से घर व मंदिर परिसर गूंजते रहे। चहुंओर भक्ति की बयान बहती रही।

शहर के समय माता मंदिर पर सुबह श्रृंगार व आरती के बाद शारीरिक दूरी बनाकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराया गया जो शाम तक जारी रहा। इसी तरह दुर्गा मंदिर बरदहिया, वन देवी, मां पाटेश्वरी मंदिर सहित जिले के विभिन्न मंदिरों में पूजन-अर्चन किया गया। ----- मंदिरों में सुरक्षा के इंतजाम कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंदिर में सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। पुजारी घर में रहकर मां की पूजा करने की अपील कर रहे हैं। धनघटा, पौली, हैंसर, शनिचरा, कालीजगदीशपुर, चुरेब,मेंहदावल के कबेरनाथ मंदिर, उत्तर पट्टी स्थित दुर्गा मंदिर, शीतला माता मंदिर के साथ नाथनगर, मगहर, बघौली, बखिरा, बघौली, दुधारा, सेमरियावा आदि स्थानों पर मां के पांचवें स्वरूप की आराधना हुई। ----------------- मां कात्यायनी की आराधना आज -नवरात्र के छठवें दिन रविवार को मां कात्यायनी की आराधना की जाएगी। आचार्य गौरी शंकर शास्त्री का कहना है कि देवी ने ऋषि कात्य के घर जन्म लिया। सप्तमी, अष्टमी, नवमी तक रहने के पश्चात दशमी में महिषासुर का वध किया। गोपियों ने श्रीकृष्ण को पाने के लिए मां के इसी रूप का पूजन किया था। मां सहज भाव से प्रसन्न तथा भक्तों का कल्याण कर मनवांछित फल प्रदान करने वाली हैं। -----

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