पिता धरती के परमेश्वर हैं, उनका सम्मान जरूरी

फादर्स-डे को लेकर उत्साह भेजे जा रहे संदेश

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:36 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:36 PM (IST)
पिता धरती के परमेश्वर हैं, उनका सम्मान जरूरी
पिता धरती के परमेश्वर हैं, उनका सम्मान जरूरी

संतकबीर नगर : जून माह के तीसरे रविवार को फादर्स-डे पर पिता की महिमा का बखान होगा। पिता के प्रति सम्मान प्रस्तुत करने के लिए लोगों ने मोबाइल पर संदेश भेजना शुरू कर दिया है। पिता को धरती का परमेश्वर बताते हुए हर समय उन्हें खुश रखने का प्रयास करने पर जोर दिया जा रहा है। पिता दिवस को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। अनेक लोगों ने शनिवार को पिता दिवस को लेकर जागरण के साथ अपना विचार साझा किए। जीवन में पिता की भूमिका अहम

इंजीनियर विपिन जायसवाल का कहना है कि माता-पिता से ही सबसे पहले शिक्षा मिलती है। अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्हें किस जतन से पैसा लाना पड़ता है, यह तो पिता ही जानें। संतान का कर्तव्य पिता दिवस पर ही नहीं हर दिन ख्याल रखने का है। पिता ही इस धरा के भगवान हैं। उनकी अवहेलना करना ईश्वर के साथ बगावत है। जो कुछ भी है वह पिता की देन

मेंहदावल के भारतीय आटो सेल्स के प्रोपराइटर राम कृष्ण कांदू का कहना है कि इस वर्ष हमारे पिता गोलोकवासी हो गए। उनकी कमी हमेशा खल रही है। आज उनका व्यवसाय उन्नत है इसके पीछे पिताजी की वर्षों की मेहनत और मार्गदर्शन शामिल है। पिता परमेश्वर के चरणों में नमन। पिता इस धरा के भगवान हैं

मेंहदावल के सोनबरसा निवासी भाजपा नेता अविनाश सिंह बुलबुल ने कहा कि उनके पिता व बाबा ने बेहतर सामाजिक संस्कार दिया। इसी की देन है कि वह समाजसेवा के क्षेत्र में लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं। संस्कारित परिवार के निर्माण में पिता की भूमिका महत्वपूर्ण है। पिता ही इस धरा के भगवान हैं। पिता का कोई एक दिन नहीं होता, वह हर वक्त बच्चों की छाया बने रहते हैं। पिता की नजर में हम हमेशा बच्चे हैं

शिक्षक प्रेम प्रकाश दूबे का कहना है कि पिता की नजर में बच्चा हमेशा बच्चा ही रहता है। मेरे पिताजी आज भी किसी गलती को लेकर समझाते हैं। हमारा सौभाग्य है कि वह आज भी हमारे बीच हैं। वट वृक्ष की तरह उनके विचारों की शीतल छाया पूरे परिवार को मिल रही है। उनके श्रीचरणों में बारम्बार नमन।

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