देश के उत्थान में महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक

सांथा ब्लाक में हुआ स्वयं सहायता समूहों का प्रशिक्षण

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:50 PM (IST)
देश के उत्थान में महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक
देश के उत्थान में महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक

संतकबीर नगर : मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल ने कहा कि महिलाएं शक्ति का प्रतीक हैं। महिलाओं का सशक्तिकरण देश के उत्थान करना है। इसी इरादे व परिकल्पना के साथ केंद्र व प्रदेश की सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में लगी हुई है। स्वयं सहायता समूहों का गठन करके महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, जो काफी हद तक सफल भी हो रहा है। आधी आबादी के बिना मजबूत राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती।

विधायक सोमवार को सांथा ब्लाक मुख्यालय परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूहों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समूह के माध्यम से सिलाई, बुनाई, कढ़ाई, अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण, मनरेगा, आंगनबाड़ी केंद्रों पर आ रहे पोषाहार के वितरण सहित राजनीतिक सहभागिता में भी महिलाओं को प्रमुखता दी जा रही है। मेंहदावल विधानसभा के विभिन्न ब्लाकों पर लगातार स्वयं सहायता समूहों का प्रशिक्षण व संवर्धन संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सांथा के ब्लाक प्रमुख अरविद जायसवाल ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करें तथा उन्हें मंच पर ले आएं। सांथा के बीडीओ महावीर सिंह सिंह ने समूहों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान योगेंद्र प्रताप उर्फ बबलू सिंह, विनोद पांडेय, सर्वेश त्रिपाठी, राजेश प्रताप सिंह, राजेंद्र प्रसाद, पीके सिंह, महेंद्र नाथ राय, आरके द्विवेदी समेत अनेक लोग मौजूद रहे। सच्चे मन से प्रार्थना पर ही मिलते हैं भगवान : प्रतिभा

संतकबीर नगर: सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत पचदेवरी में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा के सातवें दिन सोमवार को कृष्ण-रुक्मणी के विवाह प्रसंग की झांकी निकाली गई। वृंदावन से आई कथा वाचक प्रतिभा मिश्रा ने कहा कि सच्चे मन से प्रभु को याद करने वाले को अवश्य भगवान मिलते हैं। जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ा तो भगवान ने विभिन्न रूपों में अवतार लेकर प्राणियों का कष्ट दूर किया।

उन्होंने कहा कि जब कौरवों द्वारा भरी सभा में द्रोपदी का चीरहरण किया जा रहा था तो द्रोपदी ने सच्चे मन से भगवान कृष्ण से लाज बचाने के लिए गुहार लगाई थी। कलियुग पाप कर्मों की प्रधानता का युग भले ही है परंतु मुक्ति का मार्ग इस युग में आसान भी है। राम के आदर्शों को उन्होंने समाज में शांति और सद्भावना का संदेशवाहक बताया। इस मौके पर गोमती प्रसाद मौर्य उर्फ बब्लू, भगौती प्रसाद मौर्य, प्रदीप, अशोक, प्रहलाद मौर्य, रंगीलाल, संतराम वरुण, सुरेंद्र वरुण, राजमुनि लोधी, संदीप कुमार, अशोक कुमार, समेत अनेक लोग मौजूद रहे।

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