सरकारी कार्य का बहिष्कार कर अनशन पर बैठे रहे कर्मी
खलीलाबाद स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर मांगों को लेकर गरजे कर्मचारी
संतकबीर नगर : राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ से जुड़े बिजली विभाग के सभी तकनीकी कर्मी सरकारी कार्य का बहिष्कार करते हुए खलीलाबाद स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर सोमवार को दिनभर अनशन पर बैठे रहे। मांगों का ज्ञापन अधीक्षण अभियंता के अलावा खलीलाबाद के विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे को उनके कार्यालय पर जाकर दिया। इस पर विधायक ने उचित पहल किए जाने का आश्वासन दिया।
संगठन के जिलाध्यक्ष नारायण चंद्र चौरसिया ने कहा कि ऊर्जा प्रबंधन के तानाशाही रवैये व अन्यायपूर्ण नीति के विरोध में 40 दिन से प्रदेशव्यापी आंदोलन चल रहा है। अब सातवें चरण में सरकारी कार्य का बहिष्कार करते हुए सोमवार से 48 घंटे अनशन का कार्यक्रम प्रारंभ कर दिया गया है। संगठन के पूर्वांचल अध्यक्ष सुनील प्रजापति ने कहा कि ऊर्जा प्रबंधन के चलते तकनीकी कर्मी वर्षों से उपेक्षा के शिकार हैं। उनके संगठन का प्रत्येक तकनीकी कर्मी आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए लामबंद हो गया है। कोषाध्यक्ष सूरज प्रजापति ने कहा कि यदि ऊर्जा प्रबंधन ने उचित आदेश जारी नहीं किया तो 29 नवंबर से सभी तकनीकी कर्मी आमरण अनशन के साथ ही जेल भरो आंदोलन शुरू कर देंगे। जिला सचिव हिफजुर्रहमान अंसारी ने कहा कि तकनीकी कर्मियों का ग्रेड-पे विसंगति, बिना अतार्किक सेवा बाध्यता के प्रोन्नति, एक अग्रिम इंक्रीमेंट, पेट्रोल भत्ता, प्रोन्नति कोटा समेत अन्य जायज मांगों की अनदेखी की जा रही है। ऊर्जा प्रबंधन दमनकारी नीति पर आमादा है। इसकी वजह से प्रदेश की भाजपा सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। सूबे के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने तकनीकी कर्मियों की समस्या के निस्तारण के लिए पहल की थी। इसके बाद भी ऊर्जा प्रबंधन द्वारा परीक्षण, आख्या, पत्रावली के नाम पर हीलाहवाली की जा रही है। अनशन पर बैठने वालों में आशीष कनौजिया, वाईपी चौहान, श्रवण प्रजापति, चंद्रिका यादव, दिलीप मौर्य, मंजीत रंजन, विजय कुमार, मनोज यादव, धीरेंद्र यादव, पुष्पेंद्र भारती, रमेश प्रजापति, रमाकांत मौर्य, राजेंद्र श्रीवास्तव सहित अन्य तकनीकी कर्मी शामिल रहे।